21 फ़रवरी 2017

सड़कों पर बसे विवश बच्‍चों को मिलेगा संरक्षण

नई दिल्ली। सड़कों पर जीवन यापन करने पर विवश बच्‍चों के संरक्षण एवं देखभाल के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का शुभारंभ  नई दिल्‍ली में महिला एवं बाल वि‍कास मंत्री  मेनका संजय गांधी द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्‍य उनके पुनर्वास के साथ-साथ हिफाजत को भी सुनिश्चित करना है। एनसीपीसीआर ने सड़कों पर जीवन यापन कर रहे बच्‍चों की देखभाल एवं संरक्षण के लिए आवश्‍यक कदमों वाली एक विस्‍तृत रूपरेखा तय करने का निर्णय लिया क्‍योंकि इस तरह के बच्‍चों की समस्‍याएं बहुआयामी एवं जटिल होती हैं।
एसओपी के शुभारंभ के अवसर पर श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा, ‘हमारी सरकार भारत में हर बच्‍चे की खुशहाली के लिए प्रतिबद्ध है। इस पहल से सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद मि‍लेगी कि स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी शिक्षा एवं संरक्षण संबंधी सुविधाएं सड़कों पर जीवन यापन करने वाले बच्‍चों को भी सुलभ हों।’