एक तरफ देश के प्रधानमंत्री ब्लैक मनी और करेप्शन के विरुद्ध जंग छेड़े हुए हैं वहीं पुराने नोटों को नए नोटों को बदलने का नया माफिया देश के हर भाग में पनपता जा रहा है। इसके उदाहरण दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा हज़रत निजामुद्दीन स्टेशन के बाहर एक कार से 27 लाख रुपये के 2000-2000 नए नोट बरामद करने से साफ नज़र आता है। इस अपराध में दो लोगों को पकड़ा गया है। यह पैसे दिल्ली के व्यापारी संजय मलिक का बताया जाता है।मुंबई में बैंक के कुछ अधिकारी माफिया एजेंटों की मिलीभगत से ब्लैक मनी को वाइट मनी में बदलवाकर भारी मात्रा में पैसा कमाने में लगे हैं। पुलिस द्वारा पूछ ताछ से पता लगा है कि दिल्ली के अकेले संजय ही ऐसे माफिया
गिरोह से कमीशन देकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये मंगवा चुके हैं। दिल्ली पुलिस का दावा है कि यह गिरहो मुंबई से बड़ी मात्रा में दो हज़ार के नए नोट अलग-अलग शहरों में सप्लाई कर रहा है ।
गिरोह से कमीशन देकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये मंगवा चुके हैं। दिल्ली पुलिस का दावा है कि यह गिरहो मुंबई से बड़ी मात्रा में दो हज़ार के नए नोट अलग-अलग शहरों में सप्लाई कर रहा है ।