--ज्ज्बाती तौर पर जुडते रहने वालों से ही ‘श्रीनाथ जल सेवा’ को मिलती है मजबूती
आगरा, महानगर की प्रमुख समाज सेवी
संस्था श्री नाथ जल सेवा के चौथे रैन बसेरे का रविवार को
सुभाष पार्क पर श्री गणेष
हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संवोधित करते हुए सिधी समाज की पंचायत के वरिष्ठ
पदाधिकारी श्री गगन दास रमानी ने कहा कि कडकती ठंड में असाहयों को आश्रय देने का
काम निश्चय ही अनुकरणीय है। श्रीनाथ जलसेवा के संचालक श्री बांके लाल महेश्वरी का
ही जज्बा है जो कि शीतकालीन आश्रयों को जनसहयोग जुटा कर संचालित करने का सहास करते
हैं।
(श्रीनाथजलसेवाके चौथे रैनबसेरे को रात्रिबितानेआयेपहले मेहमान का रजाई उढाकर औपचारिक उद्घाटन करतेहुए प्रख्यात चिकित्सकडा ज्ञानप्रकाशगुप्ता,अनुरागशुक्ला, बांकेबिहारी लाल महेश्वरी।) --फोटो :असलम सलीमी |
पूर्व विधायक श्री अनुराग शुक्ला
एडवोकेट ने कहा
श्री महेश्वरी जी ने पिछले चालीस साल से शीत काल में ‘रैन बसेरे’ और ग्रीष्म में शीतल जल उपलब्ध करवाने वाली ‘प्याऊओं ‘ को संचालित करनेका जो बीडा उठारखा है, उसका व्यापक असर हुआ है जिसके फलस्वरूप श्रीनाथ जल सेवा एक बडे परिवार का स्वरूप ले सकी है।यही नहीं इसकी ख्याति दूर दूर तक फैली हुई है।
श्री महेश्वरी जी ने पिछले चालीस साल से शीत काल में ‘रैन बसेरे’ और ग्रीष्म में शीतल जल उपलब्ध करवाने वाली ‘प्याऊओं ‘ को संचालित करनेका जो बीडा उठारखा है, उसका व्यापक असर हुआ है जिसके फलस्वरूप श्रीनाथ जल सेवा एक बडे परिवार का स्वरूप ले सकी है।यही नहीं इसकी ख्याति दूर दूर तक फैली हुई है।
युवा समाज सेवी श्री हरीश सक्सेना
‘चिमटी’ ने कहा कि इस शहर में परोपकार और समाज सेवा करने की क्षमता बहुत से लोगों में
है किन्तु जहां तमाम लोग अपने उद्धेश्यों को पूरा करने के लिये माफिया संस्कृति
के संरक्षक बने हुए हैं ,वहीं कुछ श्री बांके लाल महेश्वरी जैसे भी हैं जो कि ग्रीष्म
में प्याऊ और शीत काल में आश्रय हीनों के लिये रैनबसेरों का संचालन करने वाली श्रीनाथ
जल सेवा संस्था सक्रिय और मजबूत करने को लगे रहते हैं।इस अवसर पर प्रख्यात चिकित्सक
डा ज्ञान प्रकाश ,जीवनराम,पूर्व पार्षद चन्द्रप्रकाश सोनी,पूर्व पार्षद राठीओम प्रकाश,समाजवादी पार्टी के नेता कुलदीप सिह आदि सहित एक दर्जन वक्ता
विचार व्यक्त करने वालों में शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन हेमन्त भोजवानी ने किया,जबकि श्री महेश्वरी ने उपस्थित
जनों का स्वागत करते कहा कि संतोष की बात है कि तमाम नकारात्मक्ताओ के बावजूद अब
भी लोगों में समाज सेवा और परोपकार का जज्बा बना हुआ है।ये ही वे लोग है जिनके कारण
श्रीनाथ जलसेवा के कार्यक्रम संचालित हैं।उन्हों ने उम्मीद जतायी कि आने वाले दौर
में भी समाज सेवा के इस प्रकल्प को निरंतर मजबूती मिलती रहेंगी।
कार्यक्रम के तत्काल बाद रैन
बसेरे का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया गया।