--डायबिटीज फ्री स्मार्ट सिटीजन को भी मिलचुका है अवस्थापना सुविधाओं की संगोष्ठियों में स्थान
आगरा। महानगर में तमाम आयोजन
होते रहते है किन्तु कुछ ही ऐसे होते हैं जिनका शहर वासियों
(कंपनी बाग सदरबाजार में लगे कैंप में डासुनीलबंसल,डा राजकुमार और डा डा कैशल ने किया मार्निंग वाकरों का स्वस्थ्य परीक्षण) |
के मनमानस पर दीर्घगामी
असर होता है। एसा ही एक आयोजन था लोगों में डायबिटीज के प्रति जागरूकता लाये जाने प्रयास।
आगरा डायबिटिक फोरम(ए डी एफ) की ओर से महानगर के
पार्कों और प्रात:कालीन भमण करने वालों के मुख्य स्थलों पर जागरूकता कैंपों के रूप
में इसका आयोजन किया गया था।इंडियन मैडीकल एसोसियेशन (आई एम ए ) की आगरा इकाई के सदस्य
डाकक्टरों की देख रेख और निर्देशन में ये एक दिवसीय कैंप संचालित
हुए थे।शुगर फ्री चाय और बिस्कुटों का रस्वादन करने के दौरो के बीच ही फास्टिंग ब्लड शुगर टैस्टिग का दौर भी चला।बस अगर चिता थी तो स्मार्ट सिटी बनने जा रहे ताज सिटी को डाइबिटीज सिटी मुक्त करने की। ए डी एफ का मानना है कि शहर की पब्लिक से जुडी सुविधाओं और सेवाओं को स्मार्ट करने का काम तब और भी आसान हो सकता है जबकि उसके नागरिक भी पूरी तरह से स्वास्थ्य हों खास करके डायबिटीज जैसी बीमारी से तो मुक्त हों हीं।
हुए थे।शुगर फ्री चाय और बिस्कुटों का रस्वादन करने के दौरो के बीच ही फास्टिंग ब्लड शुगर टैस्टिग का दौर भी चला।बस अगर चिता थी तो स्मार्ट सिटी बनने जा रहे ताज सिटी को डाइबिटीज सिटी मुक्त करने की। ए डी एफ का मानना है कि शहर की पब्लिक से जुडी सुविधाओं और सेवाओं को स्मार्ट करने का काम तब और भी आसान हो सकता है जबकि उसके नागरिक भी पूरी तरह से स्वास्थ्य हों खास करके डायबिटीज जैसी बीमारी से तो मुक्त हों हीं।
विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर आयोजित हुए जागरूकता कार्यक्रम का महानगर
में व्यापक असर हुआ है।अवस्थापना सुविधाओं को स्मार्ट करने संबधी संगोष्ठियों में
से कई में ‘स्मार्ट सिटी डाइबिटीज फ्री स्मार्ट सिटीजन’ विषय भी चर्चाओं में स्थान
बना चुका है।
इन गोष्ठियों में लगभग
ढाई हजार लोग शामिल हुए थे जिनमें से 1500 ने स्वास्थ्य परीक्षण करवाया था। जिसमें से 16 प्रतिशत यानि 250 लोगों में डायबीटिज पाई गई।
कई लोग तो शिवर में मौजूद डॉक्टरों से परामर्श के लिए अपने परचे भी साथ लेकर
पहुंचे थे।
डाक्टरों की शिविर और उसके
बाद भी लोगों को आम हिदायत हैकि कि डायबिटीज से बचना है तो खूब मेहनत करें।
प्रतिदिन लगभग 30 मिनिट जरूर टहलें। खेलगांव की संगोष्ठी में फोरम के अध्यक्ष डॉ. दया किशोर हाजरा (पद्मश्री)
ने कहा कि फास्टफूड से बचें और हरी सब्जी व ताजा फल खाएं। चाऊमीन और पिज्जा के बजाय
फाइवर युक्त खाने को तरजीह दें। वहीं स्टेडियम में मौजूद लगभग 200 बच्चों को
डायबिटीज के बारे में बताते हुए फोरम के सचिव डॉ. सुनील बंसल ने कहा
कि बदलती लाइफ
स्टाइल और खान-पान की वजह से बच्चे भी डायबिटीज की गिरफ्त में तेजी से आ रहे हैं।
बचाव के लिए बच्चे खूब खेलें, संतुलित और पौष्टक आहार लें और किसी भी तरह का तनाव
न लें।
(आई एम ए अध्यक्ष डा जेआर कालरा ने उद्घाटन के अवसर उडाये गुब्बारे साथ में हैं डा जे एन टंडन) |
आईएमए अध्यक्ष डॉ. जेएन टंडन ने सिकन्दरा में
दौड़ लगाकर व गुब्बारे उड़ाकर लोगों को डायबिटीज के प्रति जागरूक किया। वह पालीवाल
पार्क व जयपुर हाउस आवास विकास पार्क में भी मौजूद रहे।
इसके अलावा विभन्न पार्कों में लगे शिविरों में
मुख्य रूप से आगरा डायबिटीज फोरम के कोषाध्यक्ष अतुल कुलश्रेष्ठ, आईएमए सिचव डॉ.
आमोद शंकर, कोषाध्यक्ष डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. आलोक मित्तल, डॉ. शम्मी कालरा, डॉ., डॉ.
सीआर रावत, डॉ. वीएम कौशल, डॉ. राजकुमार शर्मा, डॉ. वीरेन्द्र खंडेलवाल, वाईवी
अग्रवाल, डॉ. डीपी अग्रवाल, डॉ. आलोक मित्तल, डॉ. सीमा सिंह, डॉ. प्रभात अग्रवाल,
डॉ. एससी अग्रवाल, चंदन कुमार, अरुण चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे।
(कंपनीगार्डन में मरीजों का परीक्षण करते
हुए डाकौशलएवंडा राजकुमार।)