--जस्टिस मजीठिया ने की दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात
--आगरा में भी हुए पत्रकारों को लेकर चिंतन मनन के कार्यक्रम
जस्टिस मजीठिया दिल्ली के मुख्यमत्री अरविद केजरी वाल के
साथ चर्चारत:
मजीठिया कमीशन रिपाेर्ट लागू होगी
साथ चर्चारत: मजीठिया कमीशन रिपाेर्ट लागू होगी
आगरा, अभी हाल में ही हिन्दी पत्रकारिता दिवस मनाया गया था। इस
अवसर पर आगरा सहित प्रदेश और देश की राजधानी में कई बडे आयोजन हुए थे। इन
कार्यक्रमों में से अधिकांश में हिन्दी पत्रकारों को नैतिकता की काफी हिदायतें
दी गयीं।इनमें से कई सामायिक थीं जबकि अन्य अधिकांश वेदपाठियों को वेद पर
उपदेश से थे।हां उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय जरूर फर्क
अंदाज वाले है।जो कि पत्रकारों के सामने की चुनौतियों...
को नैतिकता के परिप्रेक्ष्य में तो देखते ही हैं किन्तु इससे भी ज्यादा जरूरी मानते हैं कि हिन्दी पत्रकारों की वित्तीय हालत में सुधार होना जरूरी है।श्री पांडेय जो कि विगम दिनों प्रिट एंड इलैक्ट्रानिक जर्नलिस्ट एसोसियेशन के लखनऊ के राय उमानाथ सभागार में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे ने कहा कि राज्य सरकार का पत्रकारो को पेंशन देने संबधी जो प्रस्ताव 2007 में विधान सभा में आया था वह सलैक्ट कमेटी को रैफर हुआ किन्तु अब शून्य हो चुका है।
को नैतिकता के परिप्रेक्ष्य में तो देखते ही हैं किन्तु इससे भी ज्यादा जरूरी मानते हैं कि हिन्दी पत्रकारों की वित्तीय हालत में सुधार होना जरूरी है।श्री पांडेय जो कि विगम दिनों प्रिट एंड इलैक्ट्रानिक जर्नलिस्ट एसोसियेशन के लखनऊ के राय उमानाथ सभागार में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे ने कहा कि राज्य सरकार का पत्रकारो को पेंशन देने संबधी जो प्रस्ताव 2007 में विधान सभा में आया था वह सलैक्ट कमेटी को रैफर हुआ किन्तु अब शून्य हो चुका है।
श्री पांडेय ने कहा कि वर्तमान में पत्रकारों के हितों से जुडा कोई
भी प्रस्ताव या विधेयक विधान सभा के समक्ष विचाराधीन नहीं है।उन्हें खुशी
होगी अगर विधान सभा के सदस्य इसके लिये प्रयास करें।पत्रकारों को भी उचित माध्यम
से विधायिका के समक्ष अपने हक और हितो की बात लाने का प्रयास करना चाहिये।उन्हों
ने सहमति जतायी कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों तक ही किसी भी शासकीय योजना को
सीमित कर दिये जाने से सभी पत्रकारा उससे लाभान्वित हो पाते हैं।
उधर हिन्दी पत्रकार दिवस सप्ताह के दौरान देश के पत्रकारों के लिये
सबसे बडी घटना वर्कग जर्ननलिस्ट और नान जर्नलिस्ट के लिये बने मजीठिया कमीशन
के अध्यक्ष जस्टिस(रि) जी आर मजीठिया की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद
केजरीवाल के साथ मुलाकात के रूप में हुई। मुख्यमंत्री कार्यालय के द्वारा जारी
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जस्टिस मजीठिया ने बेजबोर्ड की रिपोर्ट पर चर्चा
की जिसपर श्री केजरीवाले ने उन्हे अश्वस्त किया कि उनकी सरकार दिल्ली में
वेतनमानों सहित अन्य सुविधाओं को लागू करवाने का पूरा प्रयास करेगी।दोनों के
बीच पत्रकारों की मौजूदा स्थितियों पर भी चर्चा हुई।
आगरा में हिन्दी पत्रकारों के हुए कार्यक्रमों में से पत्रकारों के
हितों और हको पर सबसे सशक्त चर्चा यूथ हॉस्टिल में आयोजित उ प्र पत्रकार परिषद
की सैमीनार में हुई जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं पूर्व
केन्द्रीय श्रम मंत्री रामजी लाल सुमन मुख्य वक्ता थे। बसपा विधायक डा धर्मपाल
सिह ने पत्रकारों को अश्वस्त किया कि उनकी जो भी मांगे हैं उन्हे विधान सभा
में उठायेंगे।
ताज प्रेस क्लब में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार नेविन
स्मिथ ने पत्रकारों के समक्ष चुनौतियों की जानकारी दी।विधायक जगन प्रसाद गर्ग
एवं विधायक डा धर्मपाल ने कहा कि पत्रकारों के मामलों के प्रति पर्याप्त
संवेदनशीता रखते हैं।अध्यक्ष अनिल शर्मा की अध्यक्षता और डा उपेन्द्र शर्मा के
संचालन में संपन्न इस बैठक में तीस से अधिक पत्रकारों के द्वारा विचार व्यक्त
किये गये।
पत्रकारों का सबसे बडा आयोजन उ प्र जर्नलिस्ट एसोसियेशन (उपजा) जे
पी पैलिस होटल के कन्वेशन हाल में हुआ।देश के वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व केन्द्रीय
मंत्री अजय सिह ,अजय उपाध्याय ,राहुल देव सहित उ प्र सरकार के दो मंत्रियों ने
इसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया।पत्रकारों
की समस्याओं पर भी कुछ वक्ता वोले किन्तु मुख्य चर्चा बिन्दू पत्रकारों के
द्वारा हिन्दी का उपयोग सही प्रकार से न किये जाने को लेकर रही।भाषा उपयोग में
लापरवाही और अशुद्धियों पर खास तौर से चिता जतायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता
उपजा के प्रदेश अध्यक्ष रतन दीक्षित ने की जबकि संचालन स्थानीय इकाई के
महामंत्री विवेक जैन के द्वारा किया गया। प्रदेश संगठन की ओर से प्रदेश महासचिव
रमेश चन्द्र जैन एवं मंत्री अशोक अग्निहोत्री ‘ए के ताऊ’ ने किया गया ।