--शुरू में पचास मूर्तियों पर लगेगी आडियो डिवाइस
(मथुरा म्यूजियम और बुद्ध प्रतिमा जिसपर लगने जा रहा है आडियो व्यूजियल सिस्टम) |
लखनऊ।मथुरा म्यूजियम के प्राचीन दुलर्भ संग्रह में से महत्वपूर्ण
मानी जाने वाली कुषाण और गुप्तकालीन मूर्तियों की जानकारी भ्रमणार्थियों के लिये
सहज हो जायगी।संग्राहलय अब ऑडियो सिस्टम सिस्टम युक्त होने जा रहा है। प्रथम
चरण में 50 दुर्लभ मूर्तियों पर यह सिस्टम लगाया जाना है।बाद में पूरे म्यूजियम में
यह लगा दिया जायेगा। भारतीय कला के इतिहास में मथुरा नगरी का अपना विशिष्ट स्थान
है। मूर्तियों के रखने के लिये बनाये जा चुके शोकेसों में उन्हें रखा जायगा फिर उपयुक्त
साऊड प्रभाव वाला आडियो सिस्टम लगाया जायेगा। लखनऊ संग्रहालय की सहायक निदेशक
रेनू दुबे हाल में ही इस नयी व्यवस्था के लिये निरीक्षण कर गयी
हैं।
हैं।
वर्तमान में परखम यक्ष, मणिभद्र, झींगरपुरा
यक्षी, जमालपुरा टीला का बुद्ध, ए-5
बुद्ध, श्रंग श्री, नहाकर
शरीर ढकते गडिका, स्नान के बाद बाल निचोड़ती स्त्री, पंचमुखी शिवलिंग, शष्टी देवी, कार्तिकेय,
बुद्ध का जीवन दृश्य, कनिष्क, महोली बुद्ध, मात्रदेवी अंबिका, पक्षी उड़ाती हुई स्त्री, कटरा बुद्ध, महात्मा बुद्ध का प्रथम, भरनाकला यक्ष, जातक कथा आदि मूर्तियों को संक्षप्त विवरण से सुस्सजित करने का काम
शुरू हो गया है।
संभवत:यह काम दो महीने के भीतर पूरा हो जायेगा। अगर मुख्यमंत्री अखिलेश
यादव स्वयं मथुरा नहीं आ सके तो वह इसका उद्घाटन लखनऊ से ही बटनदबाकर करेंगे।
संग्रहालय में पर्यटकों की सुविधा के लिए पार्क भी बनाए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मथुरा म्यूजियम प्रदेश के सबसे पुराने
संग्राहलयों में से एक है,अंगेज कलैक्टर एफ एस ग्राऊस ने इसे मथुरा कलैक्ट्रेट
के पास स्थित टर्नहिल हाल में शुरू करवाया था। इसकी पहचान कर्जन म्यूजियम के
रूप में थी ,बाद में आर्केलाजी म्यूजियम मथुरा तथा जबकि अब गवर्मेट मयूजियम मथुरा
कर दिया गया।