--सोशल एक्टिविस्ट के साथ मारपीट करने वाले के खिलाफ तत्काल प्रभावी कार्रवाही की मांग
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(शहीद स्मारक पार्क में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने श्री श्रवण
कुमारके साथ मारपीट करने वाले जेई के विरुद्ध कार्रवाही की की मांग) |
आगरा, ग्राम्य विकास मंत्रालय के
सेवा निवृत अधिकारी ऐवं सोशल एक्टिविस्ट श्रवण कुमार के साथ आगरा विकास
प्राधिकारण के जूनियर इंजीनियर अखिलेश वर्मा के द्वारा की गयी गुंडई की सोशल
एक्टिविस्टों के द्वारा कडी भर्तसना की गयी।शहीद स्मारक में हुई बैठक में कहा
गया कि जिम्मेदार कुर्सी पर बैठे इस जूनियर इंजीनियर के खिलाफ तत्काल कडी
कार्रवाही की जाये जिससे की शहरवासियों को प्रदेश में कानून का राज्य लागू है
इसका विश्वास हो सके। जेई की करतूत से जनता के अब तक केवल यही संदेश गया है कि
‘आगरा विकास प्राधिकरण में
अगर सही शिकायत लेकर पहुंचे तो मारपीट को भुगतना
पडेगा’।
मीटिंग में वक्ताओं ने बताया कि सिकन्दरा
थाने में दी गयी तहरीर में नामजद जूनियर इंजीनियर पिछले 15 साल से प्राधिकरण
में ही तैनात है।इसके कार्यालय का फायल मूवमेंट रजिस्टर ही अपने आप में इसकी निष्क्रियता
का प्रमाण है।
श्री
श्रवण कुमार ने कहा कि उनका निवास शास्त्रीपुर में है,जहां की पेयजल आपूर्ति से
सहित कई सेवाये आगरा विकास प्राधिकरण के पास ही है, जिन जेई ने बदसुलूकी की है,उन्हीं
के कार्यक्षेत्र में वही उनका निवास आता है।उनके द्वारा आगरा विकास पा्रधिकरण
पेयजल और गंदगी को लेकर जो मांग की गयी थी वह जायज है,अब चूंकि प्राधिकरण के अधिकारियों
सहित प्रशासन के संज्ञान में भी पूरा मामला आ चुका है।इस लिये उनके द्वारा उठाये
जा सकने वाले कदमों का इंतजार करेंगे।अगर कोई कार्रवाही नहीं होती है तो सिकन्दरा
थाना को दी गयी तहरीर के आधारपर अदालत के माध्यम से एफ आई आर करवायेंगे।
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(श्री श्रवण कुमार) |
सर्वश्री
रवीन्द्र सिह टिम्मा ,आनन्द राय,प्रमोद यादव,कर्नल (रि) सुनील चोपडा,नरेन्द्र
वरुण श्रवण कुमार, रविंदर
पाल सिंह टिम्मा, कर्नल सुनील चोपड़ा, संदीप
शर्मा, प्रमोद यादव, नितिन जोहरी, आनंद
राय, अमित लवानिया, फातिमा
खान, विशाल गगन, हेमंत गौड़, विशाल
कुलश्रेष्ठ, शिवम भारद्वाज, गिरीश
अनजान, गौरव सिंघल, विवेक शर्मा, अभिषेक
सिसोदिया, विकास सिंह (Team India Rising) अविनाश यादव, शशिकांत गुप्ता, सागर
चावला (Youth Forum) शामिल थे। उल्लेखनीय है कि श्री श्रवण कुमार एक
पुराने सोशलिस्ट है, भारत सरकार की सेवा में जाने से पूर्व एस वाई एस केमाध्यम
से क्षात्र राजनीति में भी सक्रिय रहे ।अपने सेवा काल में भी अपने समाजवादी संस्कारों
के कारण नार्थ ईस्ट ,झारखंड सरीखे उन दूरस्थ सुदूर क्षेत्रों में उन दिनों में
भी तैनाती से बचने का प्रयास नहीं किया जहां सामान्य रूप से लोग जाने से बचा करते थे।