15 दिसंबर 2025

आगरा: सुरक्षित पैदल मार्गों की आवश्यकता और शहर की जीवंतता

आगरा, विश्व प्रसिद्ध ताज महल और अन्य ऐतिहासिक धरोहरों का शहर, हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। लेकिन शहर में पैदल चलना अक्सर जोखिमपूर्ण अनुभव बन जाता है। सड़कें टूटी-फूटी हैं, ट्रैफिक अराजक है, और कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे शहर की सड़कें जंगल बन गई हों, जहाँ कारें और स्कूटर पैदल चलने वालों की कोई परवाह नहीं करते। भीड़भाड़ और असुरक्षित फुटपाथ पैदल चलने वालों के लिए दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ाते हैं और आगंतुकों के अनुभव को असुविधाजनक बना देते हैं।

सुरक्षित पैदल मार्ग केवल यातायात सुविधा नहीं हैं, बल्कि यह शहर के जीवन, संस्कृति और

अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बन सकते हैं। जब लोग सुरक्षित महसूस करते हैं, तो वे गलियों, बाजारों और सांस्कृतिक स्थलों का आनंद ले पाते हैं।

इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलता है, बल्कि स्थानीय व्यवसायों, दुकानों और हस्तशिल्प उद्योगों को भी आर्थिक लाभ होता है। साथ ही, पैदल चलने योग्य सड़कें शहरवासियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं और वाहन प्रदूषण को कम करती हैं।

भारत में कुछ शहर ऐसे हैं जो आगरा के लिए प्रेरणा बन सकते हैं। पुणे ने पैदल और साइकिल मार्गों के विकास पर ध्यान दिया है, जिससे लोग सुरक्षित और आरामदायक रूप से शहर में चल सकते हैं। चंडीगढ़, अपने नियोजित शहर ढांचे के कारण, पैदल मार्गों, पार्कों और खुले स्थानों की वजह से बहुत अधिक चलने योग्य है। माइसोरे में भी सुरक्षित फुटपाथ और साफ सड़कें शहर को पर्यटक-अनुकूल और निवासियों के लिए आरामदायक बनाती हैं।

अब आगरा नगर निगम को गंभीरता से इस दिशा में सोचने की जरूरत है। कम से कम कुछ पैदल मार्गों का निर्माण शुरू किया जाना चाहिए, ताकि शहरवासियों और पर्यटकों को सुरक्षित पैदल चलने का अनुभव मिल सके। यह एक छोटा कदम हो सकता है, लेकिन शहर को लंबे समय में अधिक स्वागतयोग्य, सुरक्षित और जीवनमय बनाने में बड़ा बदलाव ला सकता है।