--किताब विमोचन कार्यक्रम में मुलायम सिह यादव की स्वीकृोक्ति
लखनऊ : मुसलमानों का विश्वास बनाये रखने के लिये अयोध्या
में गोली चलवायी, यह कहना है, प्रदेश के शीर्ष राजनीतिज्ञों में से एक श्री मुलायम सिह यादव का जो कि अयोध्या
कांड के समय मुख्यमंत्री थे। उन्होंने अयोध्या गोली कांड पर पहली बार खुला बयान
देते हुए कहा कि उस दौरान अगर 16 के बजाए 30 कारसेवकों की भी जान जाती तब भी वो उससे
पीछे न हटते। श्री यादव ने घटनाक्रम उल्लेख करते हुए कहा कि देश की एकता के लिए
अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलवानी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि अगर उस समय गोली
नहीं चलती तो मुसलमानों का देश से विश्वास उठ जाता।
श्री यादव जो कि मुलायम ने उस काण्ड पर अफसोस जताते हुए
कहा कि उनको इस कांड पर बहुत अफसोस
है और हमेशा रहेगा। उन्होंने यह स्वीकृक्ति खुद पर लिखी गई पुस्तक 'बढ़ते गए साहसिक कदम' के विमोचन कार्यक्रम को
संबोधित करते हुए व्यक्त करने के साथ ही यह भी कहा कि इस गोली कांड को लेकर उन्हे ताजिंदगी अफसोस रहेगा , इसके लिये वह पहले ही काफी आलोचना भी ढेल चुके हैं। ललितकान्त पांडेय ने लिखी है और इसका विमोचन लखनऊ के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुआ था। उधर भारतीय जनतापार्टी के नेता नेता मनोज मिश्र ने श्री मुलायम सिह यादव के वक्तव्य को उनकी तुष्टिकरण की राजनीतिका हिस्सा बताया है, उन्होंने कहा कि मुलायम सिह यादव के मुख्यमंत्रीपद के कार्यकालों जो कदम उठाये गये थे उनके फलस्वरूप प्रदेश में सांप्रदायिकता बढी है, लोकसभा चुनाव के दौरान भी मुजफ्फरनगर के दंगे को तूल देने का काम इसी नीति का परिणाम था। लेकिन अब यूपी की जनता इनकी चाल समझ गई है। कांग्रेस नेता अशोक सिंह ने कहा कि अयोध्या मामला अदालत में है और इस पर अदालत के बाहर बयानबाजी गलत है। इसके साथ ही उन्हों ने कहा कि अदालत में बयान देने का रास्ता अब भी खुला है, बैहतर हो कि वह अपने बयान को अदालत में ही हलफनामा दाखिल कर कहें।
संबोधित करते हुए व्यक्त करने के साथ ही यह भी कहा कि इस गोली कांड को लेकर उन्हे ताजिंदगी अफसोस रहेगा , इसके लिये वह पहले ही काफी आलोचना भी ढेल चुके हैं। ललितकान्त पांडेय ने लिखी है और इसका विमोचन लखनऊ के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुआ था। उधर भारतीय जनतापार्टी के नेता नेता मनोज मिश्र ने श्री मुलायम सिह यादव के वक्तव्य को उनकी तुष्टिकरण की राजनीतिका हिस्सा बताया है, उन्होंने कहा कि मुलायम सिह यादव के मुख्यमंत्रीपद के कार्यकालों जो कदम उठाये गये थे उनके फलस्वरूप प्रदेश में सांप्रदायिकता बढी है, लोकसभा चुनाव के दौरान भी मुजफ्फरनगर के दंगे को तूल देने का काम इसी नीति का परिणाम था। लेकिन अब यूपी की जनता इनकी चाल समझ गई है। कांग्रेस नेता अशोक सिंह ने कहा कि अयोध्या मामला अदालत में है और इस पर अदालत के बाहर बयानबाजी गलत है। इसके साथ ही उन्हों ने कहा कि अदालत में बयान देने का रास्ता अब भी खुला है, बैहतर हो कि वह अपने बयान को अदालत में ही हलफनामा दाखिल कर कहें।