--मोदी के समर्थन में चली बयार से इस्लामाबाद में बौखलाहट
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(बलूचिस्तान की मांग से इस्लामाबाद बौखलाया) |
लंदन: बलूचिस्तारन में भारतीय प्रधान मंत्री नरेन्द्रू मोदी की बढती लोकप्रियता को देखकर पाकिस्ता न बुरीतरह से बौखला गया है, इस सिलसिले को रोकने के लिये उन सभी प्रमुख बलूच नेताओं पर देशद्रोह के मुकदमे लगा डाले हैं जिन्होंयने 15 अगस्तन के बाद से बलूचों की आजादी के हक की आवाज उठाने की कोशिश की है।
कितनेलोगों पर अब तक मुकदमें दर्ज हुए है, यह तो अभी स्पंष्टं नहीं हो सका है किन्तुक ब्रहमदाग बुग्ती, हरबियार मर्री और बानुक करीमा
बलोच के खिलाफ बलूचिस्तान के खुजदार इलाके के पांच थानों में पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 120, 121, 123 और 353 के तहत दर्ज होने की पुष्टिा अवश्यह हो चुकी है। उल्लेदखनीय हे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से दिए भाषण में बलूचिस्तान के पक्ष में कथित तौर पर आवाज बुलंद किए जाने का समर्थन करने को लेकर पाकिस्ता न में देश की अखंडता सुनिश्चिहत करने को लेकर गंभीर चिंतन शुरू हो गया है। पाकिस्ताकनके एक वरिष्ठर पुलिस अधिकारी ने कहा हे कि अभी कुछ नेताओं के खिलाफ और मुकदमे दर्ज हो सकते हैं।जो धाराये धाराएं बलूचिस्तालन समर्थकों पर लगारयी गयी हैं वे 'अपराध को अंजाम देने के लिए साजिश को छिपाने', 'पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने या प्रयास करने अथवा युद्ध भड़काने', 'युद्ध छेड़ने की साजिश में मदद के लिए साजिश पर परदा डालने' और 'नौकरशाह को अपनी ड्यूटी करने से रोकने के लिए हमला करने एवं आपराधिक तौर पर मजबूर करने' से संबंधित हैं।
उधर पाकिस्तान ने कहा कि मोदी ने बलूचिस्तान के बारे में बात करके 'लक्ष्मण रेखा' लांघी है। उसने यह भी कहा कि वह अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में कश्मीर का मुद्दा उठाएगा। उधर स्लालमिक देशों के संगठन ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) के सेक्रेटरी जनरल अयाद अमीन मदनी ने पाकिस्ताकन के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे के बाद कहा कि पाकिस्तासन के एकीकरण और मजबूती इस्ला मी देशों के लिये खास अहमियत रखती है और इसे बरकरार रखने में आई ओ सी पूरा समर्थन करेगा।
श्री मदनी प्रेस के एक वर्ग के द्वारा पाकिस्ताओन में शिया मुस्लिेमों पर होने वाले जुर्मों के मामले में कुछ भी बोलने से बचते रहे हैं।