शरीर की संक्रमण निरोधी क्षमता बढाने भर से कई शंकाये हो सकती हैं खत्म: डा हरित
पूर्व स्वास्थ्य राज्यमंद्धी डा राम बाबू हरित ने लोगों में बांटे ऑटे के पैकिट। फोटो:असलम सलीमी |
आगरा: प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री डा राम बाबू हरित ने कोरोना के संक्रामण की संभावनाओं यथा संभव सीमित रखने के लिये अनवरत सक्रियता बनायी हुई है। वह मानते हैं कि कोरोना पीडितों को तत्काल लाभ पहुंचाने के लिये भले ही कोयी दबा या टीका अब तक ईजाद नहीं हो सका हो किन्तु प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सोशल डिस्टैसिग मैसेज को प्रभावी किये जाने के साथ ही लोगों में शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को बढाकर और अधिक सुरक्षित रहाजा सकता है।
डा हरित ने कहा कि वही नहीं उनके तमाम साथी डाक्टरों का मानना है कि एलोपैथी में तमाम ऐसी पेटैंट दबाये और उपचार उपाये है जिनसे शरीर की किसी भी वाह्य संक्रमण से प्रतिरोधक क्षमता बढती है। डा हरित ने कहा कि इस समय सरकारी अस्पतालों और कोरोना के इलाज के लिये केयर सैंटरों व आईसोलेशन के सूचीबद्ध पर काम का
अत्यधिक दबाब है।इलाज भी और एक बार फिर आने की दरकार भी ।फोटो:असलम |
एक पेशेवर डाक्टर होने के नाते और कुछ नहीं फिलहाल उन मरीजों को तो देखा ही जा सकता है जो कि प्रशासन के द्वारा प्रबंधित कोरोना उपचार व्यवस्था पर दबाब साबित होते । उनहोंने कहा कि अगर जरा सी भी संक्रमण संभावना प्रतीत होती है तो मरीज को जांच करवाने के लिय कह देते हैं। कुछ मामलों में उन्हें फोन भी करने पड़े हैं। वैसे ज्यादातर मरीज खांसी,जुकाम या मौसम बदलाव से जनित बीमारियों के ही होते हैं।
एक जानकारी में डा हरित ने कहा कि पेशेवर डाक्टर जरूर है किन्तु जो कुछ भी बन रहा है स्वैच्छिक भाव से ही कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि डा हरित ने उपचार से कही ज्यादा मेहनत जरूरत मन्दों को आटा या अन्य संभव हो सके खाद्यान को पहुँचाने में मदद की है,जो कि इस कठिन दौर में अपने परिवारों के लिये जरुरत का सामान इंतजम करने मे पिछड गये हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी की सख्ती से हालात तेजी के साथ बदले हैं, लगता है कि दो दिन के भीतर राशन सहित जरूरत के किसी भी सामान की कमी नहीं रहने वाली है।