वैटलैंड दिवस के अवसर पर हुआ 'यूपी बर्ड फेस्टिवल 2020'
दारा सिंह चौहान एवं राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने सूर सरोवर लोअर लेक की जानकारी ली।फोटो:असलम सलीमी |
आगरा : सूर सरोवर पक्षी विहार( कीठम झील) में अंतराष्ट्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर राज्य स्तरीय आयोजन 'यूपी बर्ड फेस्टिवल 2020' के अवसर पर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा है कि सूर सरोवर को रामसर साइट घोषित करवाने को प्रदेश सरकार प्रयासरत है, यह होते ही इस सरोवर का नाम विश्वभर में प्रचारित हो जायेगा और यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ जायेगी।
श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान मे उ प्र के 6 जलक्षेत्र रामसर साइट सूची में दर्ज हैं।
मौजूदा समय में प्रदेश का वन अच्छादित क्षेत्र 9 प्रतिशत है,जबकि 2017 से पूर्व यह केवल 6.7 प्रतिशत क्षेत्र ही था।
उन्होंने कहा कि सूर सरोवर पक्षी विहार को आगरा के पर्यटन से जोड़ते हुए यहां के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाए। यह तभी संभव है जब सूर सरोवर को पूरी तरह से टूरिज्म से जोड़ा जा सके।
पर्यावरण एवं वन विभाग के राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि हमारी पुरानी पीढ़ी गांव के रहने वाली है। जब हम छोटे थे तो हम गांव में कई पोखर और तालाब देखते थे। आज तालाब पोखर खत्म होने के साथ-साथ पक्षियों की प्रजातियां भी धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही हैं। पहले आंगन में गौरैया, कोयल, मैना की आवाज सुनने को मिलती थी गिद्ध मुफ्त का सफाई कर्मी था ये सब गायब है। आज इनकी कमी खलती है । सवाल पक्षी के विलुप्त होने का नहीं बल्कि यह उन परिस्थितियां का है, जो कि हमने ही पैदा की हैं जिससे प्रकृति अब विद्रोह की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने हर साल 22 करोड़ों पौधरोपण करने का जो लक्ष्य बनाया है।
पांच पुस्तकों का किया विमोचन :
पर्यावरण और पक्षी-जंतु की विलुप्त होती प्रजातियों की सुरक्षा पर आधारित पांच पुस्तकों का विमोचन किया। इसके बाद सम्मान समारोह का आयोजन हुआ जिसमें मंत्री दारा सिंह ने सूर सरोवर पक्षी विहार और कीठम को संवारने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को सम्मानित किया। इसके अलावा पर्यावरण जागरूकता की दिशा में कदम उठाने वाले विभिन्न स्कूलों के बच्चों को भी प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
--स्कूली बच्चो ने किया जागरूक
कार्यक्रम उद्घाटन के बाद आगरा जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बच्चों ने समूह नृत्य और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को पर्यावरण प्रदूषण, विलुप्त होती पक्षी व जंतुओं की प्रजाति, गिरते भूजल और खत्म होते जंगल के प्रति जागरूक किया। बच्चों ने यह दिखाया कि किस तरह से हम अपनी अनावश्यक जरूरतों को अपनाने के चक्कर में प्रकृति का बुरी तरह दोहन कर रहे हैं जिसे हम सभी को मिलकर रोकना होगा।
-- ये रहे मौजूद
फेस्टिवल में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के संयुक्त सचिव मंजू पांडे, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय अपर सचिव रवि अग्रवाल, टाइगर प्रोजेक्ट के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार शर्मा, मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पश्चिमी क्षेत्र कानपुर के सुनील चौधरी, इको विभाग के अपर प्रधान संरक्षक संजय श्रीवास्तव, नेशनल मिशन क्लीन गंगा के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील पांडेय, महापौर नवीन जैन, डी जी सी (सिविल) अशोक चौबे, डीएफओ आनंद कुमार ,सुप्रीम कोर्ट मानीटरिग कमेटी के सदस्य रमन,पर्यावरणविद रवि , जलअधिकार फाऊंडेशन के नेशनल सैकेट्री अवधेश उपाध्याय, जिला अध्यक्ष डा अनुराग शर्मा, शैलेन्द्र सिह नरवार ,शोभित श्रोत्रिय ,ई डी के तिवारी ,विनोद गुप्ता, आदि मौजूद रहे।
पूर्व में मंत्री ने आगरा फोटो ग्राफी क्लब की प्रदर्शनी का अवलाकन किया जो कि श्री हरविजय सिंह वाहिया के निदेर्शन में पचाससे ज्यादा शौकिया फोटोग्र्राफरों के द्वारा लगायी गयी थी।
जलाधिकार फाऊडेश के नेशनल सैकेट्री अवधेश उपाध्याय अध्यक्ष डा अनुराग शर्मा सहित सदस्यगण। फोटो :असलम सलीमी |
दयालबाग डीम्ड विवि के पर्यावरण विभाग,एसओ एस बीयर रैस्क्यू सैंटर आगरा ,बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी आदि सहित दो दर्जन संस्थाओं ने अपने प्रचार और उपलब्धियों के स्टाल यहां लगाये।
पानी की बदइंतजामी को रोकने के लिये सक्रिय हने वाली नगर की प्रमुख स्वयं सेवी संस्था 'जला अधिकार फाऊंडेशन' की आगरा इकई की ओर से भी यहां जलसंरक्षण को समर्पित कार्यों को प्रदर्श करने वाला स्टाल लगाया गया। जहां सूरसरोवर लोअर लेक और जोधपुर झाल संबधी प्रोजेक्टों को लेकर जलाधिकार फाऊडेश के नेशनल सैकेट्री अवधेश उपाध्याय अध्यक्ष डा अनुराग शर्मा सहित सदस्यगण। फोटो :असलम सलीमीचल रहे प्रयासों की जानकारी दी गयी।