लैला और सत्त गीत |
20 फरवरी से 1 मार्च आरम्भ होने वाले 70 वें बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में एक भारतीय मंडप भी होगा जो विदेशी बाजार में भारतीय सिनेमा को लोकप्रिय बनाने और उसके लिए व्यापार के नए अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
इस वर्ष बर्लिन फिल्मोत्सव के लिए तीन भारतीय फीचर फिल्मों के साथ-साथ एक लघु वृत्तचित्र का चयन किया गया है। इसमें पुष्पेन्द्र सिंह की लैला और सत्त गीत, प्रतिमा वत्स की ईब अले ओऊ, अक्षय इन्दीकर की "महलपुराण" और एकता मित्तल का लघु वृत्तचित्र "गुमनाम दिन" शामिल हैं। बर्लिन में भारतीय मंडप का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर करेंगे।
भारत बर्लिन महोत्सव के माध्यम से भाषाई, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता वाली अपनी फिल्मों को बढ़ावा देना चाहता है। इसके साथ ही वह फिल्मों के वितरण और उत्पादन तथा देश में फिल्मांकन और पठकथा लेखन को प्रोत्साहित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग को भी प्रोत्साहित करना चाहता है। 1,800 से अधिक फीचर फिल्मों के साथ, 900 से अधिक टेलीविजन चैनल, 500 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता और 500 मिलियन स्मार्ट फोन उपयोगकर्ता, भारत के जीवंत मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) उद्योग वैश्विक साझेदारी के लिए आकर्षक अवसर प्रदान करते हैं।