-- मैकश अकबराबादी के कृतित्व को समर्पित'दबिस्तान - ए- अदब' का विमोचन
सम्मेलन सत्रों के दौरान प्रो.मोइनुद्दीन और मोउल्मुद्दीन के शेधपरक विषय पत्र प्रस्तुत किये गये।सैय्यद अजमल अली शाह ने आयोजन से जुडी परंपराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हजरत इमाम हुसैन झूंठ और फरेब को अपनाने के स्थान ईमान के रास्ते पर चले और शाहदत दी। उनकी इस मिसाल को हम आजतक याद करते हैं। प्रो मसूद अनवर अल्वी ने कहा कि आज का दौर जुल्म और ज्यादती के बढते दौर में हजरत इमाम हुसैन की शाहदत और अधिक क प्रासंगिक हैं ,जिससे हरआम इंसान को न केवल प्रेरणा मिलती है,बल्कि खुद भी जुल्म ज्यादती करने से बचने की कोशिश भी रहती है।
मैकश एवार्ड 2019 दिल्ली की गालिब इंस्टीटयूट के सैकेट्री प्रो सदीकुर्रहमान किदबई को नवाजा गया। फोटो :असलम सलीमी |
आगरा:प्रोफेसर अब्दुल हक ने कहा है कि हजरत ईमाम हुसैन के द्वारा दी गयी कुर्बानी की अहमियत केवल उसी समय तक के लिये सीमित नहीं थी, बल्कि उनका वह जज्बा आज भी प्रासंगिक है। वह , लिट्रेचर और कौमी एकता की गतविधियों के लिये प्रतिबद्ध 'बज्मे मैकश' के द्वारा होटल ग्रंड में 28वें मैकश एवार्ड समारोह को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि ईमाम हुसैन की राह इंसानियत के उसूलों की है और उस पर चलने वाला न केवल कामयाबी हांसिल करेगा बल्कि समाज को रास्ता दिखाने का भी काम
करेगा।
दो सत्रों में आयोजित इस कार्यक्रम के पहले सत्र में गालिब इंस्टीट्यूट दिल्ली के सैकेट्री पद्मश्री प्रो सदीकुर्रहमान किदबई को मैकश एवार्ड से सम्मानित किया गया। इस सम्मान से अभिभूत हो भावुक श्री किदबई ने कहा कि यह मेरे लिये खास अहमियत रखता है और इसे पाकर मैं गर्व महसूस करता हूं।करेगा।
मैकश बज्म ए मैकश के 19वें एवार्ड कार्यक्रम के अवसर पर जुटे साहित्यकार।फोटो असलम सलीमी |
इस अवसर पर डा नसरीन बेगम और सैय्यद फैज अली शाह के द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गयी किताब 'दबिस्तान - ए- अदब' का विमोचन भी किया गया। जिसके माध्यम से मैकश अकबराबादी विषयक जानकारियां और अदब लिपिबत्र करने का सार्थक प्रयास किया गया है।
द्वारा इस अवसर पर नेमतुल्ला हुसैन संचालन सैय्यद अली शाह, सैय्द शमीम शाह, सै मसूद अहमद,सै. अशफाक अहमद, नकी अली शाह, शाहिद, वरिष्ठ अधिवक्ता अमीर अहमद जाफरी,जाहिद हुसैन,हाजी इम्तयाज हाजी इल्यास वारसी आदि भी मौजूद थे। बज्म ए मैकश' के 19 वें एवार्ड कार्यक्रम में शरीक हुई कई साहित्यिक हस्तियां।फोटो:असलम सलीमी