18 सितंबर 2018

' मेयर वाली' बेवाकी बरकरार है राज्‍यपाल बनने के बावजूद

-- फोटो जर्निलिस्‍ट असलम सलीमी ने श्रीमती बेबीरानी मौर्य से मुलाकात कर संस्‍मरण किये ताजे 
उत्‍तराखंड की राज्‍यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य के साथ सपरिवार
 फोटो जर्नलिस्‍ट अससलम सलीमी
 आगरा: उत्‍तराखंड की राज्‍यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य प्रख्‍यात फोटोग्राफर असलम सलीमी से मुलाकात के दौरान उस दौर की यादें ताजा की जबकि वह राजनीति में नई थीं और उनके लिये हर दिन एक नये अनुभव वाला होता था।
उन्‍होंने कहा कि समाज के सभी वर्गो को साथ लेकर चलना एक बडी चुनौती है और भारत में सार्वजनिक क्षेत्र में सक्रिय जनों के लिये एक अहम जरूरत। उन्‍होंने कहा कि वह अब संवैधानिक पद का दायित्‍व संभाल रही हैं इस लिये राजनैतिक टीका टिप्‍पणियों नहीं करतीं किन्‍तु इतना जरूर मानती हैं कि सार्वजनिक
हितो को प्राथमिकता दिया जाना हमारी आदत में शामिल होना चाहिये,यह देश की तरक्‍की और सामाजिक सौहाद्रता के लिेये सबसे बडी जरूरत है।
श्रीमती मौर्य ने असलम सलीमी की फोटो जर्नलिस्‍ट के रूप में आगरा में सक्रिय भूमिका की स्‍मृतियों को ताजा करने के दौरान उन कई घटनाओं को याद किया जबकि ' कैमरे के पीछे ' के इंसान के रूप  इंसानियत  और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए आगरा में सदभावना बरकरार रखने में अहम भूमिका अदा की।
श्रीमती मौर्य से मुलाकात में उसलम भाई की पत्‍नी श्रीमती नागमा सलीमी और पुत्री असमा सलीमी भी साथ थीं। श्रमती मौर्य ने यह जानकर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की कि  असमा लॉ कर चुकी है तथा अपने कैरियर के रूप में लीगल प्रोफेशन को अपनाना चाहती हैं।
-- वैली आफ फ्लावर मे फोटो ग्राफी की हसरत
श्री सलीमी जो कि दो दशक से ज्‍यादा दैनिक जागरण के आगरा संस्‍करण के फोटो जर्नलिस्‍ट रहे अब रिटायर्ड हो चुके हैं किन्‍तु फ्रीलांस फोटो जर्नलिस्‍ट के रूप में अब भी सक्रिय हैं। एक जानकारी में उन्‍होंने कहा कि महामहिम के रूप में भी मेयर साहिब ( अब पूर्व) का अंदाज वही पुराना है। मैने उनके मेयर के रूप में तमाम फोटो खींचे हैं और अब अगर कभी अवसर मिला तो  ' वैली आफ फ्लावर ' और राजभवन में भी उनकी फोटोग्राफी  करना चाहेंगे।