21 सितंबर 2018

आगरा के जनजीवन ने ईमाम हुसैन की शहदत के जज्‍बे का किया अहसास

- मौहर्रम की नौवीं तारीख पर निकाला गया पारंपरिक मातमी जुलूस
ईमाम हुसैन की याद में मातमजदां बन्‍दों ने की अमन-चैन की
दुुुुआ। फोटो :असलम सलीमी
आगरा: मोहर्रम की नौवीं तारिख के मौके पर खानकाह आलिया कादरिया नियाजिया आस्ताना से मौ अली शाह (मैकश कादरी) मेवा कटरा से जुलूस निकाला गया। अली जनाब सियाद अजमल अली शाह और सियाद शब्बर अली शाह की सरपरस्ती में यादे ईमाम हुसैन राति बडी तादाद में रहना शिरकत के साथ रावना हुआ। जनाब अहमद चांद नियाजी स्वयं जज्बाती हमकदमों के साथ कलाम पढते चल रहे थे। अलम शरीफ थामकर चलना इस मजदबी आयोजन की खाास रैबाइत है। चांद बाबू नियाजी ने मातमी धुनों पर
ढोल बजाकर गम का इजहार किया।
जुलूस हुसैनी फव्वारा, हाफस्पिटल रोड, गुण की मंडी, फुल्लटी बाज़ार, तिलक बाज़ार, ईमाम बाडा, कटरा दबकियान में फूलों का ताजिया होकर वापस खानकाह। सजाद नशीं सयाद अली शाह नियाजी ने सभी के लिए बार गाहे में दुआ की। हुसैनी जुलूस मे शामिल शब्बर अली शाह, सयादफैजअली शाह, सैयदद गालिब फैजी, अलीशाह सैयदद, गालिब अली शाह, सयाद निसार सयाद सिनवान अहमद कादरी, सयाद शमीम शाह, सयृद इरुण अली, समी आगाई, आदि शरीक थे। सयाद अमजद अली नियाजी और सियाद फैज अली नियाजी ने जुलूस से पूर्व हजरत ईमाम हुसैन के आस्ताने के दीदार करवाये.इस आस्ताना बगदार शरीफ में स्थित है