-- यमुना नदी में मूर्ति विसर्जन के लिये की जायेगी व्यापक व्यवस्था
प्रोहत्साहित करने के लिये पूर्व में चलती रही कोशिशें की जानकारी दी । श्री गुप्ता ने कहा कि आगरा की जनता प्रदूषण को रोकने के लिये पहले से ही अत्यधिक जागरूक हैं । उन्होंने कहा कि लोक स्वर संस्था की ओर से अपने स्तर से यह समझाने का प्रयास भी किया कि केवल मिट्टी के गणेष जी की प्रतिमा की स्थापना ही शास्त्रा सम्मत है। पी ओं पी की प्रतिमां न तो धार्मिक आधार पर प्रासंगिक है और नाहीं पर्यावरण प्रदूषण की दृष्टि से ।
-- बल्केश्वर घाट पर बनेगा स्थायी विसर्जन कुंड
सुप्रीम कोर्ट मानीटरिंग कमेटी के सदस्य श्री रमन ने कहा कि मूर्ति विसर्जन की जब तक उपयुक्त वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जायेगी तब तक लोगों का अपने पंडाल की प्रतिमा के साथ सीधे यमुना नदी के तट पर पहुंचने की प्रवत्ति बनी रहेगी। उन्होंने बल्केश्वर घाट पर एक स्थायी विसर्जन कुंड बनाया जाना जरूरी है। श्री नितिन जौहरी ने कहा कि उनकी स्थंस्था महानगर को साफ सुथरा रखने के लिये हमेशा सक्रियरहती है।
आगरा के महाराष्ट्र समाज के प्रतिनिध राज्यपाल से मिले
आगरा महाराष्ट्रियन समाज के प्रतिनिधि राज्यपाल राम नायिक के साथ्ा । |
आगरा: यमुना नदी में प्रदूषण को बढाने वाली रस्मों के प्रति जनजागरण अभियान शुरू किया जायेगा । यह निर्णय जिला अधिकारी एन जी की अध्यक्षता में अपने निवास स्थित कैम्प कार्यालय पर सोम्बार को संपन्न हुई बैठक में लिया गया। जिला अधिकारी ने कहा कि कोयी भी काम मुश्किल नहीं है, किन्तु नागरिको को उसकी तहतक की जानकारियां देनी होंगी । उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रशासन जनसहभागिता के आधार पर गणेष उत्सव के उन पंडालों को पुरुस्कृत करेगा जिनके यहां प्लास्टर आफ पैरिस आदि के स्थान पर विशुद्ध रूप से मिट्टी के गणेश स्थापित
होंगे। इसके लिये उन्होंने महानगर क्षेत्र से संबधित अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) , सिटी मजिस्ट्रेट, अपर सिटी मजिस्ट्रेटों तथा उपजिला अधिकारी से सक्रिय होने को निदे्रशित किया।
जिला अधिकारी ने कहा कि थाना वार गणेष पूजा पंडालो की जानकारी ली जायेगी तथा जन सहयोगार्थ एक बृहद कार्यक्रम बनया जायेगा।
लोक स्वर संस्था के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने यमुना नदी में प्रतिओं और पूजा सामिग्री के विसर्जन की प्रवृत्ति को हतोत्साहित करने के लिये पूर्व में चलती रही कोशिशें की जानकारी दी । श्री गुप्ता ने कहा कि आगरा की जनता प्रदूषण को रोकने के लिये पहले से ही अत्यधिक जागरूक हैं किन्तु व्यवस्थित कार्यक्रम के अभाव में जन उत्साह उतना व्यापक असर नहीं हो सका जितनी कि अपेक्षा थी।प्रोहत्साहित करने के लिये पूर्व में चलती रही कोशिशें की जानकारी दी । श्री गुप्ता ने कहा कि आगरा की जनता प्रदूषण को रोकने के लिये पहले से ही अत्यधिक जागरूक हैं । उन्होंने कहा कि लोक स्वर संस्था की ओर से अपने स्तर से यह समझाने का प्रयास भी किया कि केवल मिट्टी के गणेष जी की प्रतिमा की स्थापना ही शास्त्रा सम्मत है। पी ओं पी की प्रतिमां न तो धार्मिक आधार पर प्रासंगिक है और नाहीं पर्यावरण प्रदूषण की दृष्टि से ।
-- बल्केश्वर घाट पर बनेगा स्थायी विसर्जन कुंड
सुप्रीम कोर्ट मानीटरिंग कमेटी के सदस्य श्री रमन ने कहा कि मूर्ति विसर्जन की जब तक उपयुक्त वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जायेगी तब तक लोगों का अपने पंडाल की प्रतिमा के साथ सीधे यमुना नदी के तट पर पहुंचने की प्रवत्ति बनी रहेगी। उन्होंने बल्केश्वर घाट पर एक स्थायी विसर्जन कुंड बनाया जाना जरूरी है। श्री नितिन जौहरी ने कहा कि उनकी स्थंस्था महानगर को साफ सुथरा रखने के लिये हमेशा सक्रियरहती है।
आगरा के महाराष्ट्र समाज के प्रतिनिध राज्यपाल से मिले
महाराष्ंट्र समाज के आगरा में एक हजार से अधिक परिवार रहते हैं, इनका एक सक्रिय संगठन है और सामूहिक रूप से धार्मिक व सामाजिक आयोजन करते हैं। इाल में ही समाज के लोगों को एक प्रतिनिधिंमंडल लखनऊ जाकर राजभवन में राज्यपाल राम नायिक से मिला तथा नदियों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये गणेष पूजा में मिटटी की प्रतिमायें ही इस्तेमाल करने के आगरा के महाराष््र समाज के निर्णय की जानंकारी दी।
बैठक में नागरिक प्रतिनिधियों के तौर पर सर्वश्री रंजन शर्मा , इंडिया राइजिंग के नितिन जोहरी , संदीप अग्रवाल गोल्डन एज के निहाल सिंह जैन , सत्य नारायण सिंघानिया, महाराष्ट्र समाज आगरा। मुकुल सोवनी , श्री अभय पोताड़े, श्री दिवाकर मोखरिवाले , श्री नितिन सोवनी,विकास पंडित , मदन ओदक आदि विचार व्यक्त करने वालों में शामिल थे।