1 अगस्त 2018

55 लाख भारतीयों को अपनी स्वास्थ्य देखभाल ने गरीबी में धकेल दिया गया

अनुप्रिया पटेल
नई दिल्ली- 55 लाख  भारतीयों को अपने ऊपर  दवाइयों पर खर्च करने के कारण गरीबी में धकेल दिया और  38 लाख भारतीओं को दवाइयों पर खर्च कारण एक वर्ष में गरीबी रेखा से नीचे  धकेल गए । ये आंकड़े राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय केअनुभागीय विश्लेषण के आधार पर हाल ही में प्रकाशित हुए हैं।यह सच है कि रोगी देखभाल पर कुल व्यय  काफी अधिक है। इसके अलावा, भारत में स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के 71 वें दौर (जनवरी-जून 2014) के अनुसार, ग्रामीण व्यय में लगभग 72% और शहरी क्षेत्र में 68% कुल व्यय हुआ दवा की खरीद गैर-अस्पताल में इलाज के लिए। राज्य मंत्री (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण), श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने राज्य सभा में लिखित उत्तर में यह कहा