22 जुलाई 2018

आगरा बैराज योजना की फाइल से लाल फीता एक बार फिर हटा

-- पोहिया से ताजमहल तक के भाग में होगी सिल्‍ट सफाई, लगेंगे पौधे हटेंगे अतिक्रमण  
कालचक्र में उलझा बैराज एक बार फिर धूल चढी
फाइलों से  आया बाहर
 
 आगरा: सुप्रीम कोर्ट में टी टी जैड की मूल कार्ययोजन के डौक्यूमेंट मे उल्लेखित आगरा बैराज प्रोजेक्ट को सरकार से फिर से गंभीरता से लेना पड़ रहा है कियराज सिकंदरा जलकल के डाउन स्ट्रीम में पोहिया गांव के पास बनाया जाना था। इस बैराज पर विचार किए जाने के कई कारण है किन्तु उन्माद मुख्य है महानगर की जला संयति के लिए कोई उपयुक्त जलस्त्रोत का होना चाहिए। जल निगम के द्वारा अब तक केवल गंगा जल पाइप लाइन प्राजक्ट के आधार पर महानगर की जला प्रकाश की समस्या का समाधान होना संदेश था। जबकि यह योजना केवल 2021 तक के लिए बनी था और गंगा का पानी सीध सप्लाई न कर यमुना नदी के पानी

में मिलाकर आपूर्ति करना योजना में शामिल किया जाना अवधि अवधि विस्तार 2031 तक प्रचारित किया जाना।
अब जब सुप्रीम कोर्ट की सख्‍ती के कारण डौक्‍यूमेंट अपडेट करने पड रहे हैं तो जल निगम तथा सिंचाई विभाग दोनों ने ही हाथ खडे कर दिये हैं । जल निगम के द्वारा वाकायदा मान लिया जा चुका है कि गंगाजल पाइप लाइन का पानी आगरा की वास्‍तविक जरूरत को पूरा नहीं कर सकेगा, अन्‍य जलस्‍त्रोतो को भी तलाशन पडेगा। अब तक चलते रहे कडी टिप्‍पणी का क्रम कही सीधी जबाब देही न बनजाये इस लिये बैराज के सरकारी लाल तस्‍मे में कैद प्रोजेकट की फाइलों पर फिर से काम शुरू कर दिया गया है।
कोर्ट का रुख तो बाद में मालूम पडेगा किन्‍तु ताजमहल की सुरक्षा को तत्‍पर रहने वाले दिल्‍ली के खुदाई खिदमतगार इस बार आगरा की जनता के लिये बैराज को लेकर ज्‍यादा चिंतित है । सरकार भी मान रही है कि इस बार केवल कहने सुनने से काम नहीं चलने वाला 'एक्‍शन में आना ही होगा' । फिलहाल आगरा बैराज के प्रोजेक्‍ट को अपडेट करने की तैयारी शुरू हो गयी है, सिंचाई विभाग ने यमुना नदी के डूब क्षेत्र आंकलन करवा लिया है। सूत्रों से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार इंजीनियरों का एक ग्रुप खुद यमुना नदी के पांच कि मी लम्‍बे मार्ग के निरीक्षण अभियान में शामिल था। 
बताया जा रहा है कि बैराज के प्रोजेक्‍ट को अपडेट कर अगर उस पर अमल हुआ तो आगरा बैराज जलशय में 24 फुट तक जलभरवा संभव होगा। यह जलाशय अपने आप में एक बडा भ्रमण आकर्षण होगा। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट की जबाब देही के लिये यमुना नदी में शीघ्र ही ड्रेजिंग कर सिल्‍ट सफाई का काम शुरू होने जा रहा है। यही नहीं नदी के फ्लड प्‍लेन में बडे पैमाने पर प्‍लांटेशन करवाये जाने का कार्य भी शुरू होगा। इन दोनों ही कामों के लिये आगगरा विकास प्राधिकरण के द्वारा पथ कर निधि से जरुरी धन राशि अवमुकत कर दी गयी है।
ताज महल पर बनेगा रबड डैम 
ताजमहल के पीछे यमुना नदी को पानी से भरपूर देखने के उत्‍साही सक्रिय जानो को भी खास निराश होने का अवसर नहीं आने जा रहा है। ताजमहल के डाउनस्‍ट्रीम में अब बैराज नेही महज रबड डैम बनेगा। जिसकी जलभराव छामता 10फुट होगी। अपस्‍ट्रीम के 24फुटा बैराज से इसे पानी से भरपूर किये रहना सुनिश्‍चित किया जायेगा।