1 जुलाई 2018

जीएसटी ने लोगों को पारदर्शी ढंग से कारोबार करने के लिए प्रेरित किया

जीएसटी की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर केन्‍द्रीय मंत्री श्री अरुण जेटली ने सीधा (लाइव) वीडियो लिंक के जरिये गणमान्‍य व्‍यक्तियों को संबोधित किया  वीडियो लिंक के जरिये ग संबोधित करते हुए  अरुण जेटली ने जीएसटी पूर्व कर प्रणाली का स्‍मरण किया। उन्‍होंने कहा कि भारत में जीएसटी से पहले जो कर प्रणाली थी, वह दुनिया की सर्वाधिक जटिल कर प्रणालियों में से एक थी। तरह-तरह के करों, करदाताओं द्वारा कई तरह के रिटर्न भरने, अनगिनत कर अधिकारियों से सामना होना, टैक्‍स पर टैक्‍स लगाये जाने, बढ़ती महंगाई, देश भर में वस्‍तुओं की कोई मुक्‍त आवाजाही न होने, देश भर में बाजारों का विखंडित होने जैसे विभिन्‍न मसलों से भारत में अप्रत्‍यक्ष कर प्रणाली समस्‍याग्रस्‍त थी। श्री जेटली ने कहा कि वस्‍तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने लोगों को कर चोरी किए बगैर ही पारदर्शी ढंग से कारोबार करने के लिए प्रेरित किया।