4 जून 2018

2 अक्टूबर, 2018 तक उत्तर प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा सभी जिलाधिकारियो के साथ स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण( एसबीएम-जी) की प्रगति की समीक्षा की। इसमें केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता सचिव,उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय स्तर पर 2 अक्टूबर 2019 की अवधि से पहले 2 अक्टूबर,2018 तक राज्य में खुले से शौच से मुक्त होने का लक्ष्य प्राप्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने इसे केवल एक सरकारी कार्यक्रम के स्थान पर जन आंदोलन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा
कि इस दिशा में समाज के सभी वर्गो को सम्मिलित करने वाले जिलो ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियो से इसकी जिम्मेदारी लेने का आव्हान करते हुए उनसे समाज के सभी वर्गो को इसमे सम्मिलित करने और कार्यक्रम की प्रगति की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करने के लिए कम से कम एक घंटा प्रतिदिन देने के लिए कहा।

श्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियो से सोशल मीडिया का लाभ उठाकर जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की बेहतर निगरानी करने को कहा। इसके साथ ही कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने और स्वच्छाग्रही और राजमिस्त्री को मानदेय समय पर भुगतान करने के लिए कहा।

उत्तरप्रदेश ने गत छह माह में महत्वपूर्ण प्रगति की है और राज्य के 28 हजार से अधिक गांवो को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता कार्य वर्ष 2014 में 39 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 85 प्रतिशत हो गया है और 3.75 लाख गांव, 389 जिले,13 राज्य और 4 संघशासित प्रदेशो को पहले ही खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है।