9 अप्रैल 2018

मानसिक आरोग्‍य शाला पर अब कोयी कंठ सूखा नहीं रहेगा,श्रीनाथ जल सेवा की प्‍याऊ शुरू

--कभी लैफ्टीनेंट गर्वनर के इलाज के लिये बनवायी गयी थी आरोग्‍य शाला 
मानसिक आरोग्‍य शाला पर श्री नाथ जल सेवा की प्‍याऊ का  उदघटन
 श्री बांके लाल   महेश्‍वरी के द्वारा किया गया।फोटो: असलम सलीमी
आगरा : मानसिक आरोग्‍यशला के मुख्‍य द्वार पर श्रीनाथ जी जल सेवा के द्वारा ग्रीष्‍म काल में खोली जाने वाली प्‍यऊओं में से तीसरी का उदघाटन करते हुए  श्री बांके लाल महेश्‍वरी ने कहा कि पानी की कमी है ओर इसे लेकर मुश्‍किलें बढ रही हैं किन्‍तु पानी बिकने लगा है और जिनके पास इसे खरीदने के लिये दाम नहीं हैं उनकी पहुंच से यह बाहर हो गया है। की जानकारियां लगातार मिलना बेहद कष्‍टकारी है। 
श्री महेश्‍वरी ने कहा कि श्रीनाथ जल सेवा जनसहयोग से चार दशकों से संचालित है ,हर्ष की बात है कि  तमाम ऐसे व्‍यक्‍ति इससे जुडेते जा रहे है जो कि नाम करने या प्रसिद्धि के फेर में नहीं रहते । उन्‍हों नले कहा कि मानसिक आरोगय शाला पर लगने वाली इस ग्रीष्‍मकालीन प्‍याऊ का खास महत्‍व
है , यहां हमेश मरीजों के उपयुक्‍त उचित गुणवतता वाला पानी ही उपलब्‍ध करखने का प्रयास रहता है। उन्‍होंने स्‍थानीय जनता का सहयोग के लिये खास आभार जताया ।
शहर के प्रख्‍यात फोटो जर्नलिस्‍ट असलम सलीमी ने कहा कि जब भी उन्‍हे अपने पेशे के सिलिसले में कैमरे का उपयोग करने आगरा किला या मानसिक आरोगय शाला आना जाना पडता है तो हमेश यह तथ्‍य रोमांचित करता हे कि आगरा की मानसिक आरोग्‍य शाला किसी आम आदमी के लिये नहीं अपितु आगरा में बैठकर त्‍तकालीन सूबे नार्थ वैस्‍टर्न प्रौविंस के लैफ्टीनेंट गर्वनर के लिये बनायी गयी थी। दुर्भाग्‍य यह रहा कि जब तक यह बनकर तैयार होती तब तक काल्‍विन साहब गुजर चुके थे1  काल्‍विन किले में दीवाने आम के सामने दफन हैं, उनका इलाज करने वाले डाक्‍टर साहब मुकुन्‍दी लाल माथुर को समन देने के लिये नगर पालिका के द्वारा बनाया गया फुव्‍वरा जनता को अब याद नहीं रहा है। हां संयोग से बना अस्‍पताल अब तक नागरिकों कें प्रयोग में है। 
श्री शोभित महेश्‍वरी ने कहा कि उनके बाबा (श्री बांकेलाल महेश्‍वरी जी) की प्रतिबद्धता सभी के सूखे कठ तृप्‍त करने की रही है ,इस प्रकल्‍प के लिये वह भी यथा सामर्थ्‍य सक्रिय रहेंगे।