24 अप्रैल 2018

स्‍व कृष्‍णदत्‍त पालीवाल की प्रतिमा लगेगी 'पालीवाल पार्क ' में

--पार्क के सुधार के लिये भी एडीएम सिटी ने दिये कई आदेश
स्‍वतंत्रता सेनानी स्‍व कृष्‍णदत्‍त पालीवाल ,को पालीवाल पार्क
बहुत पसंद था ,प्रात: भ्रमण करने रोज आते थे।
आगरा: स्‍वतंत्रता सेनानी एवं आजादी की लडाई में राष्‍ट्र भक्‍तो की आवाज रहे सैनिक के संस्‍थापक संपादक स्‍व श्री कृष्‍ण दत्‍त पालीवाल की प्रतिमा ‘पालीवाल पार्क’ में लगने जा रही है। अपर जिला अधिकारी नगर( एडी एम सिटी) श्री के पी सिंह  ने प्रतिमा के स्थल के चयन के लिये जोन्‍स पब्‍लिक लाब्रेरी में बैठक की तथा पार्क का निरीक्षण किया।इस मीटिंग में आगरा विकास प्राधिकरण, नगर निगम तथा उद्यान विभाग के अधिकारी तथा नागरिक प्रतिनिधियों के तौर पर सुप्रीम कोर्ट मानीटरिंग कमेटी के सदस्‍य रमन, पालीवाल पार्क बचाओ समिति की ओर से संयोजक संजीव चतुर्वेदी
मौजूद
थे।
निरीक्षण के उपरांत गांधी नगर गेट की ओर से आने वाली रोड के यूनीवर्स्‍टी तथा बजीरपुरा गेट की ओर मार्ग विभाजन होने से बने त्रिभुजा कार गार्डन में प्रतिमा लगाये जाने को उपयुक्‍त माना गया। यह स्‍थान बाल बिहार के एकदम सामने तथा सबसे ज्‍यादा आवाजाही वाला है। 
श्री चतुर्वेदी ने पार्क के भीतर अतिक्रमण करने के प्रयासों को नियंत्रित करने का आग्रह किया। जिससे हरित क्षेत्र पर प्रतिक्रल असर नहीं पडे। पार्क से होकर गुजरने वाले ट्रैफिक को नियंत्रित करने पर  भी चर्चा हुई।श्री रमन ने पार्क को व्‍यवस्‍थित रूप से विकसित किये जाने पर बल देते हुए कहा पार्क मे अमरूद के पेड अब आगे से नहीं लगाये जायें। फसल लेने के लिये बागबानी को नियंत्रित कर केवल उन्‍हीं पेडों को रोपने में तरजीह देने को कहा जिनका पनपना सहजता के साथ हो सके । 
अपर जिला अधिकारी नगर ने जोन्‍स पब्‍लिक लाइब्रेरी और म्‍यजियम का निरीक्षण भी किया तथा लाइब्रेरी के चारो ओर ग्रिल वाल बनाये जाने को कहा। लाइब्रेरी के सामने से गुजरने वाले मार्ग पर लगे दोनो ओर के बैरियरों को भी प्रचलित लोहे के बैरियरों से प्रतिस्‍थापित करने को निर्देशित किया।  
                                                छै फुट ऊंची  है प्रतिमा
स्‍व के डी पालीवाल की स्‍थापित की जाने वाली प्रतिमा छै फुट ऊंची है ,अलवर में इसे तैयार करवाया गया है। सोमवार को पालीवाल पार्क  बचाओ समिति के संयोजक संजीव चतुर्वेदी एवं श्री रमन अलवर जा कर इसे देख कर आये थे। उल्‍लेखनीय है कि पालीवाल जी को 'पालीवाल पार्क' बहुत पसंद था और अपने जीवन के व्‍यस्‍ततम दिनों में भी जब भी आगरा में होते तब प्रात: भ्रमण को यहां जरूर आते थे। पालीवाल पार्क का नाम उस समय 'हीवेट पार्क' था और इसे यूनाइटिड प्रोविंस के  लेफ्टीनेंट गर्वनर सर जॉहन्‍स प्रेसीकोट हीवेट के नाम पर रखा गया था। जो कि  1जनवरी से1907 से 12 सितम्‍बर 1912 तक यूनाइटिड प्रौविंस ( संयुक्‍त प्रांत ) के लैफ्टीनेंट गर्वनर रहे।  हेविट हरियाली, वन्‍यजीवों औरप्राकृति के गहन जानकार थे और उन्‍होंनेे उत्‍तर भारत के जंगलो में रहे अपने अनुभ्‍वों और जानकारियों के आधार पर  'जंगल ट्रेल ' पुस्‍तक भी लिखी थी।