30 मार्च 2018

ताजमहल को सरकार पैसे उगलने की मशीन बनाती जा रही है

3 घंटे से ज्यादा अंदर रुकने के लिए अतिरिक्त भुगतान 

आगरा। ताजमहल का प्रवेश टिकट पहले से ही महंगा था। अब 1 अप्रेल से  ताज में 3 घंटे से ज्यादा अंदर रुकने के लिए अतिरिक्त भुगतान करना होगा। पहले से ही टिकट महंगा होते हुए सरकार द्वारा  इस तरह से टूरिस्टों को खुले आम लूटने का कोई मकसद नहीं समझ आता है। वर्तमान में विदेशी टूरिस्टों से 1000 हज़ार रूपये, सार्क देशों के पर्यटकों से 530 रुपए और भारतीय पर्यटकों से चालीस रूपये प्रवेश शुल्क लिए जाते हैं। जरा अनुमान लगाएं देश और विदेश के टूरिस्ट जो हज़ारों किलोमीटर की यात्रा कर आगरा का ताजमहल देखने आते हैं उनके लिए 3




घंटे क्या पर्याप्त हैं। शायद ही दुनिया के किसी देश में ऐतिहासिक इमारतों को देखने के इस तरह के नियम हों। लगता है सरकार ताजमहल को कैसिनो की तरह पैसा कमाने वाली मशीन की तरह इस्तेमाल करना चाहती  है। आगरा में टूरिस्ट बढ़ावे के लिए सारी इमारतों को घूमने के लिए
पूरे दिन का  एक टिकट रखा जाये तो
बेहतर है। आगरा टूरिस्ट ट्रेड वैसे ही मुश्किलों से गुजर रहा है , इस तरह के नियमों से इसे और नुकसान होगा। ताजमहल को टूरिस्ट बढ़ावे के लिए इस्तेमाल करने के स्थान पर सरकार इसे पैसे उगलने की मशीन बनाती जा रही है। विदेशी टूरिस्ट क्या यादें लेकर जायेगा आगरा से, जरा इसका अनुमान लगाएं। यह बात साफ है कि इस तरह के नियमों से अधिकांश टूरिस्ट तीन घंटे में ताज देखने के बाद शायद ही अगले दिन आगरा रुकना पसंद करे।