5 जनवरी 2018

ताजमहल के संरक्षण के लिए जुटे आगरा में विशेषज्ञ और पर्यावरणविद

( राजीव सक्सेना )
आगरा।ताजमहल के संरक्षण के लिए  विशेषज्ञों व पर्यावरणविदों की विशेष बैठक में  पर्यटकों की संख्या के नियंत्रण पर खास महत्व दिया गया। उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन रिट याचिका के पारित आदेशानुक्रम में ताज ट्रोपेजियम क्षेत्र का विस्तृत प्लान बनाये जाने हेतु प्राधिकारण की यह बैठक  आगरा के  आयुक्त के0 राममोहन राव की अध्य्क्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें ताज का तीन-चार सौ वर्षो तक परिरक्षण व संरक्षण करने हेतु विजन डाक्यूमेंन्ट बनाने के लिए अधिकारियों, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों तथा पर्यावरणविदों के साथ वार्ता कर उनके बहुमूल्य सुझाव प्राप्त किए गए। 
     
    श्री राव  ने निर्माण स्थलों पर धूल से हो रहें वायु प्रदूषण के दृष्टिगत पानी छिड़काव आदि की व्यवस्था न करने वाली कार्यदायी संस्थाओं के विरुद्ध जुर्माना लगाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे स्थलों पर ’’डस्ट कन्ट्रोल सिस्टम’’ भी लगाया जाए।

      बैठक में जिलाधिकारी आगरा, गौरव दयाल, जिलाधिकारी फिरोजाबाद, नेहा शर्मा, जिलाधिकारी मथुरा श्री सर्वज्ञ राम मिश्र ने भी अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। 
      बैठक में उपस्थित अधिवक्ता, मा0 उच्चतम न्यायालय, एम०सी० मेहता ने इस बात पर बल दिया कि विजन डाक्यूमेंन्ट को कांप्रीहेंसिव रुप से गंभीरता के साथ लागू किया जाए। बैठक में मा0 सदस्य अनुश्रवण समिति श्री रमन ने सुझाव दिया कि अब तक के जो भी सुझाव प्राधिकरण को प्राप्त हुए हैं उसे संकलित कर क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए कि अधिक से अधिक संख्या में और पेड़ सुरक्षित रहें। वरिष्ठ पत्रकार श्री राजीव सक्सेना ने खेरागढ़ क्षेत्र में 14 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में एकत्रित होने वाले जल को ठीक प्रकार से उपयोग करने हेतु उसे चैनलाइज करने पर बल दिया। उन्होंनें चिकसाना जलाशय के पुनरुद्धार तथा खमुआ से बोकली जो उटंगन नदी का हेड क्षेत्र है, का सिल्ट हटाये जाने पर भी बल दिया। 
      बैठक में मुख्य अभियंता सिंचाई उ0प्र0 श्री कुणाल कुलश्रेष्ठ ने बाँधों व वाटरबाडी बनाये जाने की जरुरत का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि यमुना के अपस्ट्रीम में बांध निर्माण का कार्य शुरु हो गया है। 
      बैठक में बताया गया कि रिंग रोड कम्पलीट कराये जाने की कार्यवाही हो रही है तथा नादर्न बाईपास का डी0पी0आर0 तैयार हो रहा है। आगरा के प्रदूषण मापन के लिए आगरा की परिस्थिति के अनुसार मापन कराये जाने पर बल दिया गया।  
     बैठक में व्यवसायिक पूरन डाबर ने अपने विभिन्न सुझाव देते हुए बताया कि विजन डाक्यूमेंन्ट हेतु एजेंसी के माध्यम से विशेषज्ञ का सहयोग प्राप्त किया जाए। नीरी नागपुर के प्रतिनिधि पदमा राव ने ठोस कूड़ा प्रबंधन पर बल दिया। मान मंदिर बरसाना, मथुरा के श्री राधाकान्त शास्त्री ने शहरी क्षेत्र के दूषित जल को शहर से बाहर ले जाकर कृषि कार्यों में उपयोग किये जाने पर बल दिया। प्रो0 संत प्रकाश ने वायु प्रदूषण से बचाव हेतु जमुना के किनारों पर कतार में वृक्षारोपण कराये जाने का सुझाव दिया। 
     बैठक में जिलाधिकारी आगरा, श्री गौरव दयाल, जिलाधिकारी फिरोजाबाद, नेहा शर्मा, जिलाधिकारी मथुरा, श्री सर्वज्ञराम मिश्र, उपाध्यक्ष आगरा विकास प्राधिकरण श्री अनिल कुमार ढिंगरा, सचिव, आगरा विकास प्राधिकरण हरीराम, नगरायुक्त श्री अरुण प्रकाश, अधिवक्ता, मा0 सुप्रीम कोर्ट श्री एम0सी0 मेहता, सदस्य  अनुश्रवण समिति श्री रमन, दयाल बाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट के श्री हंसराज, पत्रकार  राजीव सक्सेना तथा श्री मुकेश जैन, भूपेन्द्र स्वरुप शर्मा, पूरन डाबर, सहित अन्य सम्बन्धित विभागोें के अधिकारीगण उपस्थित थे।