1 दिसंबर 2017

उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत से नोटबंदी और जीएसटी पर लगी पक्की मुहर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मेयर की 16 में से 14 सीटों पर बीजेपी  को  जीत दिलाकर अपने राजनैतिक कद को ऊँचा साबित कर दिया । बीएसपी, एसपी और कांग्रेस समेत सारे दलों को भारी हार देखनी पड़ी। एक ओर जहाँ  मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी के बाद हुए उत्तर प्रदेश  विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली जीत ने विमुद्रीकरण की  जनता ने  समर्थन की पुष्टि की थी ,वहीं नगर निकाय चुनावों ने जीएसटी पर जनता ने मुहर लगा दी है। योगी ने सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी की विकास की नीतियों को लागू करने का वादा किया था और नतीजों से लगता है कि जनता योगी की विकास की नीतियों को स्वीकार कर रही है। बीएसपी को दो नगर निगमों में मेयर का स्थान मिला।बीएसपी को अलीगढ और मेरठ में सफलता हाथ लगी।  किन्तु कांग्रेस और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल सकी। बीजेपी को वाराणसी, सीएम योगी का गृह जिला गोरखपुर, राजधानी लखनऊ, कानपुर, मथुरा, अयोध्या, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, बरेली, आगरा, इलाहाबाद, झांसी में  सफलता हाथ  लगी। वहीं बीएसपी को अलीगढ और मेरठ में सफलता हाथ लगी है । बात 2012 के चुनावों की करें तो उस समय बीजेपी को 12 निगमों में से 10 पर सफलता हाथ लगी थी।