7 नवंबर 2017

कांग्रेसियों ने इन्‍दिरा गांधी का स्‍मरण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये

मेयर पद पर विनोद  बंसल सहित पार्टी के सभी पार्षद प्रत्‍याशियों को जितायें:बब्‍बर

कांग्रेस के मेयर पदकेप्रत्‍याशी विनोद बंसल, सांसद प्रमोद तिवारी,
 राजबबर,पी एल पूनियां प्रदीप माथुर आदि।फोटोअसलम सलीमी
   आगरा:कांग्रेस जनो ने  सूरसदन सभागार में आयोजित श्रीमती इन्‍दिरा गांधी  शताब्दी स्मरणोत्सव समारोह में श्रद्धासुमन अर्पितकर उनकी उपलब्‍धियों और सेवाओं को याद किया। इस अवसर पर  प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नोट बंदी कदम की तीखी आलोचना की। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता एवं राज्‍य सभा सदस्‍य प्रमोद तिवारी ने कहा कि बैंको का राष्‍ट्रीयकरण कर जहां  स्‍व श्रीमती गांधी ने बैंकों का धन जनता की पहुंच का बनाया था वहीं श्री मोदी ने नाटबंदी करवा के जनता का धन बैंको में पहुंचवा दिया।श्री तिवारी  कहा कि मोदी सीमा से लगे क्षेत्र में महज एक सर्जीकल स्ट्राइक में अपनी तारीफ करने लगे,जबकि इंदिरा के समय में तो सेना ने दुश्‍मन देश की सीमा में सैकडो किमी तक घुसकर  तिरंगा लहराया था। उन्होंने कहा कि बंग्‍लादेश के रूप भारत को नया  पडोसी मिलना  स्‍व श्रीमती गांधी  की ही उपलब्‍धि है।
प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष राजबबर,प्रदीप माथुर। 
फोटो: असलम सलीमीमी

 कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि भाजपा कभी हिन्दू-मुस्लिम कभी मंदिर- मस्जिद के नाम पर राजनीति करने की कोशिश करती है किन्‍तु अब जनता को सब समझ में आ चुका है।उन्होंने स्‍मृतियों को कुरेदते हुए कहा कि सूरसदन में 2 अक्टूबर 1977 में इंदिरा गांधी आईं थीं। उस दिन भी मंगलवार था और संयोग से आज भी यही दिन है। तब भी यही की सभा के बाद देश में राजनैतिक बदलाव का दौर शुरू हुआ था,उम्‍मीद है कि फिर से इसकी पुनरावृत्ति  होगी। श्री बब्बर ने आगरा से मेयर प्रत्याशी विनोद बंसल और पार्षद के लिये चुनाव लड रहे पार्टी प्रत्‍याशियों को जिताने के लिये पार्टीजनों से एक जुट हो पूरी तन्मयता   के साथ सर्किय हो जाने का आह्वहन किया। 


इस अवसर पर अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी पीएल पुनिया,कांग्रेस विधानमंडल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर ,पूर्व सांसद निहाल सिह, प्रदेश नेता उपेन्‍द्रसिह, महानगरअध्‍यक्ष दुष्‍यंतशर्मा,महानगरअध्‍यक्ष अबरारहुसैनकुरैशी, रामटंडन,दिनेश बाबू शर्मा आदि सहित सम्‍मेलन में बडी संख्‍या में पार्टीजनो की भागीदारी रही।