23 सितंबर 2017

नदियों को बचाने के अभियान के लिये युवा आगे आयें

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री   शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नदी बचाओ अभियान की शुरूआत देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश की जनता ने की थी। प्रदेश में नर्मदा सेवा यात्रा पाँच माह और पाँच दिन तक आयोजित की गयी। प्रदेश की हर नदी को बचाने का अभियान जनता के सहयोग से चलाया जायेगा। 
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति में नदियों को माँ माना गया है। दुनिया की सारी सभ्यताएं नदियों के तटों पर विकसित हुई है। भौतिक प्रगति की चाह में हमने जिंदगी देने वाली नदियों को सूखा दिया है। देश की नदियों की स्थिति अच्छी नही हैं। नदियों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा...
सकती है। बाढ़, सूखे और अनियमित वर्षा का संकट लगातार बना हुआ है। भू-जल स्तर तेजी से गिरता जा रहा है। सदगुरू श्री जग्गी वासुदेव के मार्गदर्शन में हमने तय किया है कि नदियों के किनारें वृक्षारोपण करेंगे। प्रदेश में एक दिन में साढ़े छह करोड़ पेड़ लगाये गये हैं। पेड़ लगाना और बचाना जीवन का हिस्सा बन जाये। नदी और पेड़ बचाने के लिये नर्मदा सेवा मिशन शुरू किया गया है। इस मिशन में सरकार के साथ समाज मिलकर काम करे। सदगुरू जनमानस को प्रेरित करने का काम कर रहे हैं। धरती, नदी और पर्यावरण को बचाने का यह अभियान है। उन्होंने कहा कि संकल्प लें कि धरती, नदी और आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिये इस अभियान को जीवन का अंग बनायेंगे। उन्होंने सदगुरू को मध्यप्रदेश की जनता की ओर से नदी अभियान का संकल्प पत्र सौंपा।