10 सितंबर 2017

वन क्षेत्राधि‍करी ने वनोपज कानून का सहारा लेकर ट्रक अप्रेटर को फंसाया

श्री केशो मैहरा
-- वन वि‍भाग में चल रही मनमानी के वि‍रुद्ध भाजपा ने आवाज उठायी
आगरा : वन वि‍भाग के आला अधि‍कारी जो चाहे कर सकते हैं, कम से कम आगरा के वनक्षेत्र अधि‍कारी खेरागढ के द्वारा तो यही कि‍या जा रहा है। उनके द्वारा आगरा एग्रीगेट ट्रक आप्रेटर एसोसि‍येशन के सैकेट्री दीपक खंडलेवाल को वन अपराध के आरोप में 11 सि‍तम्बर को नहर कोठी कागरौल रेंज पर तलब कि‍या गया है। कमाल की बात  यह है कि 6 सि‍तम्बर को जारी कि‍ये गये इस नोटि‍स को 7 सि‍तम्बर को स्पीाड पोस्ट से प्रेषि‍त कि‍या गया है। सबसे दि‍लचस्पय तथ्य यह है कि‍ जारी कि‍ये गये नाटि‍स में , नोटि‍स के वि‍भागीय प्रारूप में अपराध के वि‍वरण का उल्लेयख तक करना जरूरी
नहीं समझा गया है।मसलन अपराध का स्थल, दि‍नांक और समय का उल्ले‍ख करने वाले कालम खाली छोड दि‍ये गये हैं।
लीगल माईनि‍ंग  करवाने वाले भी अब  असमंजस में
वन क्षेत्राधि‍कारी खेरागढ रेंज तौफीक अहमद द्वारा भेजे गये नोटि‍स पर 6 सि‍तम्बर के हस्‍ताक्षर हैं जबकि‍ वह इस दि‍नांक को वह आगरा में थे ही नहीं यह कि‍सी और ने नहीं खुद वन वि‍भाग के पैरोकार के द्वारा अदालत मे कहा गया है। उल्लेखनीय दीपक खंडलवाल के ट्रक आर जे 05-जीए-4107 का एक वाद अपर मुख्य न्यायि‍क मजि‍स्ट्रे्ट (शष्टतम) के यहां एक वाद लंवि‍त है जि‍समें न्यायलय को प्रेषि‍त की जाने वाली आख्या पर हस्ताक्षर नहीं है। इस संबध में वन वि‍भाग के पक्षाकार  के द्वारा अदालत को बताया गया कि‍ 4 से 7 सि‍तम्बतर तक वन क्षेत्राधि‍कारी शाकीय कार्य से इलहाबाद गये हुए हैं।
प्राप्त् जानकारी के अनुसार दीपक खंडलेवाल, एसोसि‍येशन के सचि‍व के रूप में उन आप्रेटरों को वन वि‍भाग के द्वारा परेशान कि‍ये जाने के वि‍रोध में आवाज उठा रहे हैं जो कि‍ गैर वन क्षेत्र से खनन कि‍या हुआ गि‍ट्टी , पत्थर आदि‍ भरतपुर से लेकर आते हैं। राजस्थान सरकार की ओर से स्पष्ट‍ कि‍या हुआ है कि‍ वनक्षेत्र में न आने वाले क्षेत्र में कि‍या गया खनन बननोपज नहीं है।
उ प्र भारतीय जनता पार्टी के डौक्यूमेंटशन एव लाइब्रेरी प्रमुख ,पूर्व वि‍धायक केशो मेंहरा ने कहा है कि‍ मुख्य वन संरक्षक आगरा  वी के सि‍ह के संज्ञान में इस प्रकरण को लाया जा चुका है। वस्‍तुत:यह मामला  दीपक खंडलेवालऔर एग्रीगेट ट्रक आप्रेटरों को तंग करने तक ही सीमि‍त नहीं है अपि‍तु प्रदेश सरकार की पारदर्शि‍ता पूर्ण कार्यप्रणाली को कूट-रचना कर प्रभावि‍त करने का है। केशव  मेहरा ने कहा है कि‍ इस प्रकार के अधि‍कारि‍यों के वि‍रूद्ध प्रभावी और द्रुत गति‍ से कार्रवाही कि‍या जाना अपेक्षि‍त है । अगर जरूरत हुई तो वह वनमंत्री के समक्ष भी पुरजोर तरीके से अपनी बात रखेंगे।