9 अगस्त 2017

मथुरा और नौयडा में फ्लाप हैलीपैड योजना अब आगरा में

--सि‍वि‍ल एन्कलेव का हक कमजोर करने को बनाई है ‘हैलीपेड योजना’ 
यह नजारा अब होने जा रहा है  'आम'
आगरा: धनौली में प्रस्तावि‍त सि‍वि‍ल एन्कलेव योजना की मांग को ठंडा करने को पर्यटकों के लि‍ये हैलीपैड  योजना आगरा के लि‍ये प्रस्तावि‍त की गयी है। भाजपा मे बेहद असरदारों के दबाव में इसे सरकार क्रि‍यान्वित करवाने के लि‍ये प्रयासरत हो गयी है। पार्टी की ग्रेटर नौयडा तक हि‍त समर्पि‍तों की लॉबी इसके क्रि‍यान्वयन की घोषणा के बाद से यह प्रचारि‍त करवाना शुरू करना चाहती है कि‍ टूरि‍स्ट हैलीकॉप्टर से
ताजमहल तो देख
ही सकेंगे साथ ही ‘सन -सैट’ से पूर्व इन्दिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट या जैबर के ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच कर अपनी फ्लाइट भी पकड सकेंगे। फि‍लहाल ताज सि‍टी की टूरि‍स्टो लॉवी इस सरकारी पहल से खुश है और इसे टूरि‍ज्‍म को बढावा देने के प्रोजेक्टस के रूप में ही देख रही है।
--आफ्टर अफैक्ट की अनदेखी नहीं 
सि‍वि‍ल सोसायटी के जनरल सैकेट्री अनि‍ल शर्मा ने योजना के प्रत्यक्ष रूप को तो सकरात्म क बताया है  कि‍न्तु इसक आफ्टर अफैक्ट  के रूप में इसे सि‍वि‍ल एन्क्लेव बनाये जाने की जरूरत को कमजोर करने वाली कूट रचना माना है। समग्र द्रष्टिकोण अपनाते हुए संगठन की ओर से कहा गया है कि‍ ताज सि‍टी का एयरकवर अत्यंत सैंस्‍टि‍व है इसके बावजूद हैलीकॉप्टर से  हवाई भ्रमण के लि‍ये हैलीपैड बनाये जाने की योजना वाकई में चौकाने वाला फैसला है। 
  श्री शर्मा ने कहा है कि‍ यह सि‍र्फ उन पर्यटकों को आकर्षि‍त करने वाली योजना है,जो कि‍ सामान्य से कही अधि‍क धन खर्च करने की स्थि्‍त वाले होते हैं तथा आगरा में मुगलि‍या हैरीटेज फीलि‍ग लेकर जाने का जज्बा लेकर जाने के सोच के साथ आते हैं  ।कि‍न्तु बैहतर हो कि‍ अगर इसके लि‍ये अलग से एडीए की रि‍ग रोड के लैंड पार्सल की अति‍ मंहंगी तीन एकड जमीन खरीदने के स्थान पर बल्हे‍रा-धनौली में नये सि‍वि‍ल एन्कनलेव के लि‍ये चि‍न्हि‍‍त की जा चुकी जमीन का ही उपयोग कि‍या जाये। 
श्री शर्मा ने कहा कि‍ एक ओर सरकार नये सि‍वि‍ल एन्कहलेव के लि‍ये चि‍न्हि‍‍त 55 एकड जमीन के लि‍ये अवशेष राशि‍ के 65 करोड अधि‍ग्रहण करने को नहीं चुका पा रही है,वही दूसरी ओर ए डी ए की कही महंगी जमीन खरीदने को तैयार है। उन्होंने कहा कि‍ धनौली की कनैक्टववि‍टी मलपुरा होकर गुजरने वाली एन एच की एलीवेटि‍ड रि‍ग रोड बनजाने के बाद आगरा के अलावा फतेहपुर सीकरी, भरतपुर और मथुरा से भी सहज है।वहीं एडीए की रि‍ग रोड की केवल आगरा से ही कनैक्‍ट करती  है।
--जैबर लॉवी को उपक़त करने का प्रयास
 श्री शर्मा ने कहा कि‍ प्रस्ताावि‍त सि‍वि‍ल एन्कलेव के स्थान को ही हैलीकॉप्टर आप्रेशन के लि‍ये न चुनने के केवल दो ही कारण हो सकते हैं जि‍नमें एक है सि‍वि‍ल एन्कलेव की जमीन की जानकरी न होना ,वहीं दूसरा कारण सि‍वि‍ल एन्कलेव योजना को हैलीपैड का प्रस्ताव कर महत्वहीन करने को जैवर लॉवी के द्वारा सरकार में अपने प्रभाव का उपयोग कर कूट रचना करवाना।
--सि‍र्फ आगरा में ही यह नायब प्रयोग 
  सि‍वि‍ल सोसायटी के अध्यक्ष डा शि‍रोमणी सि‍ह ने कहा है कि‍ सैफई,कुशीनगर,कानपुर, वराणसी और आगरा टूरि‍स्ट सर्कि‍ट के जयपुर(राजस्थाेन) तथा खजुराहो ( म प्र) आदि‍ सभी शहरों में सि‍वि‍ल एयरपोर्ट या एन्कलेवों का ही एयर क्राफ्ट और हैलीकाप्टर आप्रेशनों के लि‍ये उपयोग होता है फि‍र आगरा में ही अलग से हैलीपैड बनाये जाने के की व्यवस्था करने को लेकर सरकार क्यो बेचैन है।उन्होंने कहा कि‍ वर्तमान में भी खेरि‍या एयरफोर्स परि‍सर स्थित सि‍वि‍ल एयरपोर्ट से ही सि‍वि‍ल परपज के हैलीकाप्टर आप्रेशन होते है। 
--सैफई मॉड्यूल से लें सबक 
डा शि‍रोमणी सि‍ह ने कहा कि‍ मथुरा में धार्मि‍क पर्यटन को दृष्‍टि‍गत कर बनाया गया हैलीपैड टोटे का कारनाम साबि‍त हुआ है,वहीं मंडल के मैनपुरी जि‍ले के सैफई हवाई पट्टी को उच्चीकृत कर बनाये गये एयरपोर्ट से हैलीकाप्टर सेवा का लाभ कानपुर मंडल तक के कुछ जनपद ले रहे हैं। श्री शि‍रोमणी सि‍ह ने कहा है कि‍ सरकार को नेकनि‍यति‍ करके सीधे तरीके से आगरा में सि‍वि‍ल एयरपोर्ट बनाये जाने का मार्ग प्रशस्ता करना चाहि‍ये न कि‍ जैवर एयरपोर्ट प्रोजैक्टे से हि‍त साधने वालों के आगरा के हक वि‍रोधी कारनामों को अंजाम देने को लेकर फि‍क्रबंद होना चाहि‍ये।
--नौयडा हैलीपैड प्राजैक्ट  वाइंड अप की स्थिति‍ में
 ग्रेटर नौयडा में भी हलीपैड योजना राष्ट्र्मंडल खलों के समय लागू करने की कोशि‍श की गयी थी कि‍न्तु यह अब भी हवा मे लटकी हुई है और ग्रेटर नौयडा अथार्टी जैवर में प्रस्तावि‍त ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राजैक्ट के एप्रूव्डट होने के बाद से इससे पीछा छुडाने को आमादा है। नौयडा-ग्रेटर नोयडा एक्‍सप्रेस वे पर गौतम बुद्ध यूनि‍वसर्टी के पास साफीपुर गांव में इसके लि‍ये 25 एकड जमीन का चि‍न्हांकन कि‍या गया था तथा बाद में संभावित‍ वि‍स्तार के लि‍ये गांव की 15 एकड जमीन और चि‍न्हांकि‍त की गयी थी।समाजवादी पार्टी की अखि‍लेश सरकार के समय की इस योजना को एयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडि‍या की एप्रूवल के बाद एन्वा्रमैंट क्लीरयरैंस के लि‍ये अग्रसरि‍त कि‍या हुआ है। कि‍न्तु  प्रदेश में भाजपा सरकार के आने के बाद योजना पर काम बन्द‍ हो गया तथा जैवर एयरपोर्ट प्रोजैक्टह की ओर ध्या्न दि‍या जा रहा है। अगर सूत्रों की माने तो ग्रेटर नौयडा अथार्टी जि‍तना जल्दीो हो इसे जैवर एयरपोर्ट प्रोजैक्ट  के नाम पर वाइंडअप कर देना चाहती है।यही नहीं जमीन का वैकल्पिल‍क उपयोग तय करने पर भी सक्रि‍यता शुरू हो गयी है।