12 अगस्त 2017

उ प्र में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने में गति लायी जायेगी

लखनऊ - उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा है कि लघु उद्योग विभाग के कार्यों में पारदर्शिता एवं जवाबदेही को शीर्ष प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि उद्यमियों की समस्याओं का निराकरण यथासम्भव जनपद स्तर पर कराना सुनिश्चित किया जाय।
जनपद में उद्योग बन्धु की बैठके नियमित रूप से आयोजित करायी जायें ताकि उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण समय से हो सके। अधिकारी उद्यमियों की हर सम्भव मद्द करें उन्हें अनावश्यक परेशान न करें। उन्होंने कहा कि उद्यमियों को अनावश्यक परेशान करने वाले अधिकारियों को अवश्य दण्डित किया जायेगा।
लघु उद्योग मंत्री ने कहा कि हस्तशिल्प विकास विपणन निगम को और प्रभावी बनाया जाय। फैशन डिजाइन के प्रशिक्षण को प्रभावी एवं रोजगारपरक बनाया जाय। उन्होंने कहा कि विभाग के समस्त निर्माणकार्य में थर्ड पार्टी गुणवत्ता नियंत्रण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

उन्होंने कहा कि चिन्हित अक्रियाशील भूखण्डों को प्राथमिकता से क्रियाशील कराया जाये। क्रियाशील होने की सम्भावना न हो तो उन्हें निरस्त कर पुनः आवंटन की कार्यवाही की जाय। उद्यमियों को संचालित योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय ताकि अधिक से अधिक उद्यमी इससे लाभान्वित हो सके।
बैठक में प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन श्री अनिल कुमार ने बताया कि संचालित योजनाओं की निरंतर मानीटरिंग कर प्रगति की जानकारी ली जायेगी तथा माहवार प्रगति की समीक्षा की जायेगी। उद्यमियों को सिंगल विन्डो सिस्टम के माध्यम से आवश्यक अनुज्ञप्तियां एवं अन्य सुविधाएं निर्धारित समय-सीमा में उपलब्ध करना प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जायेगा। लघु उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु आवश्यक कार्यों में और अधिक गति लायी जायेगी। उन्होंने कहा है कि उद्योग बन्धु की समय से बैठके आयोजित न कराने वाले अथवा इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
समीक्षा बैठक में आयुक्त एवं निदेशक उद्योग श्री रणवीर प्रसाद, प्रबंध निदेशक यूपी.एस.आई.सी. श्री आशुतोष निरंजन, विशेष सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम श्री रूद्र प्रताप सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।