भारत में अंतर-जाति विवाहों ने धीरे-धीरे बढ़ती शिक्षा, रोजगार, मध्यवर्गीय आर्थिक पृष्ठभूमि और शहरीकरण के कारण स्वीकृति प्राप्त की है। आधुनिक भारत में अंतरजातीय विवाह 4 फरवरी 188 9 को पहली बार दर्जहुआ था। इस तिथि पर यशवंत और राधा (उर्फ लक्ष्मी) की शादी हुई थी। ओडिशा सरकारअंतरजातीय विवाह कराने में सबसे आगे है। अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने के लिए ओडिशा सरकार ने प्रोत्साहन राशि को 50,000 से बढ़ाकर एक लाख रुपये करने की घोषणा की है। प्रोत्साहन राशि दम्पति के आर्थिक हालात को ध्यान में रखे बिना दी जाती है। ओडिशा सर्कार के सचिव एस कुमार ने बताया कि दम्पति इस नकद राशि का उपयोग जमीन खरीदने या घर के सामान खरीदने के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने साल 2007 में प्रोत्साहन राशि को 10,000 से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया था.