---कभी ताज सिटी की बौद्धिकता का केन्द्र हुआ करता था यह कुतुब खाना
दाराशिकोह लाइब्रेरी और आगरा की पनहचान इमारत के रूप में उ प्र सरकार के द्वा जारी किया हुआ 'आगराा टैैैग' |
आगरा: मुंशी प्रेम चन्द विराट जयंती समारोह के आयोजनों के तहत 21 अगस्त को सांय 5 बजे ‘उर्दू अदब और मुंशी प्रेमचन्द ’ विषय पर दाराशिकोह लाइब्रेरी में संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।ए एम यू के तारिक छतारी, प्रो कमरूद्दीन, सैयद अजमल अली शाह नियाजी, तथा श्री अमीर अहमद एडवोकेट ,डा नसरीन बेगम आदि द्वारा इसमें विषय परक विचार अभिव्यक्तियां की जायेंगी।
आयोजन समिति के अध्यक्ष डा ब्रजेश चन्द्रा हैं,
जबकि डा अखिलेश श्रोत्रिय सचिव सहित अनिल शुक्ला व डा विजय शर्मा आदि क्रमश: कोषाध्यपक्ष एवं संयोजक हैं। दाराशिकोह लाइब्रेरी में उर्दू अदब से संबधित आयोजन होना अपने आप मे महत्व्पूर्ण है। कभी आगरा की बौद्धिक समृद्धि का केन्द्र रही इस लाइब्रेरी में 21 वीं सदी का पहला साहित्यिक आयोजन ताज लिट्रेचर फैस्टेविल 2015 में हुआ था। जिसके बाद यह दूसरा फैस्टेविल है। वैसे लाइब्ररी माथुर वैश्य शिक्षा परिषद के द्वारा संचालित शिक्षण संस्था न का अभिन्न भाग है उ प्र शासन के द्वारा इसे आगरा की विशिष्ट् पहचान वाली इमारतों की सूची में दर्ज किया हुआ है और उ प्र पर्यटन विभाग ने इसे हैरीटेज वाक के दर्शनिय स्थल के रूप में उल्लेंखित किया हुआ है।
जबकि डा अखिलेश श्रोत्रिय सचिव सहित अनिल शुक्ला व डा विजय शर्मा आदि क्रमश: कोषाध्यपक्ष एवं संयोजक हैं। दाराशिकोह लाइब्रेरी में उर्दू अदब से संबधित आयोजन होना अपने आप मे महत्व्पूर्ण है। कभी आगरा की बौद्धिक समृद्धि का केन्द्र रही इस लाइब्रेरी में 21 वीं सदी का पहला साहित्यिक आयोजन ताज लिट्रेचर फैस्टेविल 2015 में हुआ था। जिसके बाद यह दूसरा फैस्टेविल है। वैसे लाइब्ररी माथुर वैश्य शिक्षा परिषद के द्वारा संचालित शिक्षण संस्था न का अभिन्न भाग है उ प्र शासन के द्वारा इसे आगरा की विशिष्ट् पहचान वाली इमारतों की सूची में दर्ज किया हुआ है और उ प्र पर्यटन विभाग ने इसे हैरीटेज वाक के दर्शनिय स्थल के रूप में उल्लेंखित किया हुआ है।