नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार 'मन की बात' कार्यक्रम की शुरुआत हरियाणा में हुई हिंसा की चर्चा के साथ की। प्रधानमंत्री कहा कि हमारे देश के किसी भी राज्य से अगर हिंसा की खबर आती है तो ये चिंता की बात है। उन्होंने कहा डॉ बाबा साहब आंबेडकर ने हमें जो संविधान दिया है उसमे हर व्यक्ति को न्याय पाने की हर प्रकार की व्यवस्था है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूँ, कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा के राह पर दमन करने वाले किसी को भी, चाहे वो व्यक्ति हो या समूह हो, न ये देश कभी बर्दाश्त करेगा और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी। हर किसी को कानून के सामने झुकना होगा, कानून ज़बाबदेही तय करेगा और दोषियों को सज़ा दे के रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी। आस्था के नाम पर कानून अपने हाथ में लेने का किसी को अधिकार
नहीं है. संविधान के मुताबिक हर किसी को न्याय का अधिकार है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कानून हाथ में लेने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों को कानून के मुताबिक सजा मिलेगी।
नहीं है. संविधान के मुताबिक हर किसी को न्याय का अधिकार है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कानून हाथ में लेने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों को कानून के मुताबिक सजा मिलेगी।