5 दिन के भीतर कम से कम 60 बच्चों की मौत हो गई गोरखपुर के एक अस्पताल में। जिला मजिस्ट्रेट राजीव रौतेला का कहना है इन बच्चों की प्राकृतिक कारणों से हुई है। उधर इन बच्चो के परिवारों का कहना है कि इन बच्चों की मौत का कारण अस्पताल में ऑक्सजीन की सप्लाई में कमी है। नोबेल पुरुस्कार विजेता और बाल अधिकारों पर काम कर रहे कैलाश सत्यार्थी ने इस घटना पर अपने ट्वीट में कहा कि यह त्रासदी नहीं, बल्कि नरसंहार है। राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिये हैं। प्रदेश के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी प्रशांत त्रिपाठी ने माना है कि ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाली पाइपलाइन में कुछ समस्या थी।