12 जुलाई 2017

सूरकुटी दृष्टिहीन विद्यालय पर बाल आयोग ने रिपोर्ट तलब की

--संज्ञान में लाया गया बच्चो के साथ वयस्कों को रखने का मामला
आगरा: उप्र के बाल आयोग ने आगरा प्रशासन से सूरकुटी के नेत्रहीन विद्यालय के मामलेमें वस्तुस्थिति की जानकारी तलब की है जिसके तहत नाबालिगों व किशोरों की आवासीय व्यवस्था में उन वयस्कों को भी रखवाया जा रहा है जो कि सूरकुटी अंध विद्यालय के  हॉस्टल में विद्यालय की शिक्षा पूरी करनेके बाबजूद डेरा जमाये हुए हं।
वाल आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती जूही सिंह ने कहा कि उनके लिये खुद आश्चर्य का विषय है कि अवयस्कों  के साथ हॉस्टिील में वयस्कों को क्यो रखा जा
रहा है।उन्हों ने कहा कि वस्तुस्थिति जानने के लिये आगरा प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट आने के बाद अगर जरूरी हुआ तो सरकार को निर्देश देंगी।
मंडल की महामंत्री डा विजय लक्ष्मीो शर्मा ने कहा
लखनऊ में हुई यह मुलाकात सूर कुटी पर बनी हुई स्थितियों में बदलाव लाने वाली सावित हो सकती है।मंडल की ओर से आयोग अध्यक्ष को आगरा आकर स्वयं निरीक्षण करने का भी आग्रह किया है।मंत्री श्री भुवनेश श्रोत्रिय ने कहा कि मंडल की ओर से प्रशासन को लगातार जानकारियां दी जाती रही हैं,किन्तु समस्या्ओं का समाधान नहीं हो सका है। सिविल सोसायटी आगरा के सचिव अनिल शर्मा ,राम रज यादव आदि भी मुलाकात करने वालों में शामिल थे।

सोशल पुलिसिंग मजबूत हो
श्री अनिल शर्मा
उधर सिविल सोसायटी आगरा के जनरल सैकेट्री श्री अनिल शर्मा ने हाल में हुई सोशल पुलिसिंग संबधी सैमीनार की जानकारी राज्य वाल आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती जूही सिंह को देकर उसमें उनके सक्रिय योगदान की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि सोशल पुलिसिंग से अपराधों पर तो प्रभावी नियंत्रण हो ही सकता है साथ ही बच्चों और महिलाओं के लिये मजबूत सामाजिक सुरक्षा कवच और मजबूत होना संभव हो सकेगा।उन्होने सैमीनार के अवसर पर प्रकाशित सोविनियर की प्रति भी श्रीमतीसिंह को भेंट की। उल्लेखनीय है कि 24 जून को आगरा में हुई इस सैमीनार में सी बी आई के एडीशनल डायरैक्टर एवं भारत मे सोशल पुलिसिंग कंसैप्टस को व्यवहारिक रूप से क्रियान्वित करने वाले पहले पुलिस अधिकारी माने जाते हैं।