मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी किये जाने से 15 लाख लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ी हैं। यह खुलासा सेन्टर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी द्वारा किये गए सर्वे ने किया है। आमतौर पर एक जने की आमदनी पर चार लोगों का जीवन यापन होता है। इस प्रकार नोटबंदी के फैंसले ने करीब साथ लाख आदमियों को खाने से वंचित किया है। सीएमआईई के सर्वे अनुसार नोटबंदी के बाद नौकरियों की संख्या में करीब 1.5 मिलियन अर्थात 15 लाख की कमी आई।