15 जून 2017

पार्क माईनर पुन:सुचारू करने की संभावनाये बनीं

-- ताजमहल और ताजगंज के लि‍ये  नहर को सुचारू कि‍या जाना जरूरी  
छावनी क्षेत्र के पूर्व वि‍धायक केशो मैहरा ने पार्क माईनर के
रौहता हैड नये लगे सैैैैल्‍यूस गेेेट का कि‍या नि‍रीक्षण 
आगरा: भूगर्भजल स्‍तर के गिरते  जाने से जूझ रहे ताजगंज को शायद आने वाले वक्‍त में कुछ राहत मि‍ल जाये। 1905 से 1997 तक ताजगंज के जल स्रोतों को रिचार्ज  के लि‍ये भरपूर पानी उपलब्‍ध करवाने वाली  पार्क माईनर की सफाई और संचालन की संभावनाये वर्षों के बाद एक बार पुन: बन चली हैं। नहर के रोहता नहर (टर्मि‍नल राजवाह) स्‍थि‍त हैड पर तीन दशक बाद पानी रैग्‍यूलेट करने को सैलूस गेट लग गया है। प्रदेश के सिचाई मंत्री
 धर्मपाल सि‍ह के गत आगरा दौरे के दौरान इस बन्‍द पड़ी  माईनर का मामला उठाकर इसे पुन:
जलाधि‍कार के जनरल सैकेट्री अवधेश उपाध्‍याय के साथ राजनगर,
 ताजगंज के लोगों ने नहर को लेकर स्‍मृति‍यां की ताजी ।
संचालि‍त करने की मांग ताजगज के लोगों के द्वारा की गयी।
इस पर मंत्री ने आश्‍चर्य व्‍यक्‍त करने के साथ ही नाराजगी जतायी कि‍ ताज ट्रि‍पेजि‍यम जोन के कोर एरि‍ये के तीन बडे जलाशयों को भरने के लि‍ये बनी इस नहर को महज इस कारण नाला बनने के लि‍ये छोड रखा गया है क्‍यों कि‍ कुछ प्रभावशाली लोग नहर की जमीन पर अति‍क्रमण कि‍ये हुए हैं और नगर नि‍गम के नाम पर कुछ अवांछनि‍य तत्‍व नहर की जमीन पर संचालि‍त खोखों और अन्‍य अति‍क्रमण कारि‍यों से मनमानी वसूली कर रहे हैं।
नहर में नाले और नालि‍यों का गंदा पानी डाले जाने की जानकारी पर भी मंत्री ने एतराज जताया तथा कहा कि‍ जब सीवर सि‍स्‍टम संचालि‍त हो चुका है तथा नाले बनाये जाने की व्‍यवस्‍था है तो नगर को गंदा करने का क्‍या औचि‍त्‍य है।
गुरुवार को ताजगंज से रौहता तक छावनी क्षेत्र के वरि‍ष्‍ठ भाजपा नेता पूर्व वि‍धायक केशो मेहरा और जलाधि‍कार फाऊंडेशन के जनरल सैकेट्री अवधेश उपाध्‍याय  ने  नि‍रीक्षण कि‍या । श्री मैहरा ने बताया कि‍ नहर को सुचारू कि‍या जाना ताजगंज के गि‍रते जलस्‍तर के लि‍ये ही नहीं ताजमहल के उस हरे कवच के लि‍ये भी जरूरी है जि‍से लेकर सुप्रीम कोर्ट के ताज ट्रि‍पेजि‍यम गठि‍त कि‍या गया था।श्री मेहरा ने कहा कि‍ फि‍लहाल वह और कुछ तो नहीं कहने की स्‍थि‍ति‍ में नहीं हैं कि‍न्‍तु इतना जरूर बताना चाहते हैं नगर नि‍गम, पौल्‍यूशन कंट्रोल बोर्ड और सिचाई वि‍भाग को ताजमहल के संरक्षण और ताजगंज में गि‍रते जलस्‍तर के कारण बनचली भयवाह स्‍थि‍ति‍ को दृष्‍टि‍गत  उपयुक्‍त भूमि‍का नि‍र्वाहन करनी ही पडेगी।
जलाअधि‍कर फाऊंउेशन के राष्‍ट्रीय महासचि‍व अवधेश उपाध्‍याय ने कहा कि‍ तजगंज की जनता इस नहर को पुन: संचालि‍त देखना चाहती है। गि‍रते जलस्‍तर को थामने के अलावा सर्कि‍ट हाऊस तथा शाहजहां गार्डन को इसके पानी की बहुत जरूरत है। नहर न चलने के कारण केवल इन दोनों में हरि‍याली को बरकरार रखने के लि‍ये अस्‍सी से ज्‍यादा ट्यूबवैल और सबमर्सेबि‍ल पंप चलाने पडते हैं  जि‍ससे समूचे ताजगंज क्षेत्र का जलस्‍तर लगातार गि‍र रहा है।