11 जून 2017

वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी उ प्र की योगी सरकार से बेहद खफा

--अवैध शराब बि‍क्री तक को रोकने में बरती जा रही है उदासीनता
श्री चि‍म्‍मन लाल जैन अपने चर्खे के साथ ,जो कि‍ वह
 अब ताज म्‍यूनि‍स्‍पि‍ल  म्‍यूजि‍यम को भेट कर चुके हैं।
आगरा, स्वतंत्रता सेनानी श्री चि‍म्म न लाल जैन योगी सरकार के नशाबंदी रोकने में नाकाम रहने से बेहद आहात हैं और लोकहि‍त में जनता, शासन और प्रशासन को दायि‍त्व बोध करवाने को कि‍सी भी प्रकार का बलि‍दान करने को  आमादा हें। उन्होंने बताया कि‍ वह क्याा करेंगे इसकी जानकारी आगरा प्रशासन को दे चुके हैं और उनके द्वारा दी गयी सूचनाओं को प्रशासन व पुलि‍स वि‍भाग के द्वारा संज्ञान में भी लि‍या जा चुका है। 98 वर्षि‍य महात्‍मा गाँधी  युग के आंदोलन के सक्रि‍य साक्षी एवं भागीदार स्वेतंत्रता सेनानी श्री जैन ने  प्रदेश की योगी सरकार को शराब की बुराई दूर करने के प्रति‍ उदासीन रुख अपनाने वाला बताते हुए कहा
है कि‍ अब तक के अनुभव के अनुसार धर्माचार्यों का समाज को बुरीलतों से दूर करने के प्रयासों का समर्थन रहता आया है कि‍न्तु गोरखपुर महंत की पवि‍त्र गद्दी को सुशेभि‍त करने वाले योगी आदि‍त्यानाथ जी मुख्यरमंत्री पद को संभालने के बाद से समाज को नशेबंदी से दूर करने के अपने नैति‍क दायि‍त्वत से दूर मानते हैं। श्री चि‍ममन लाल जी ने कहा कि‍ त्याग और कर्त्तव्य के प्रति‍ समर्पि‍त आचार्य बि‍नोबा भावे की सर्वोदय वि‍चारधारा के वह योद्धा हैं। सबका वि‍कास सबका साथ का नारा उन्हें अब सार्थक होता नहीं लग रहा। गांव के गांव नशाबंदी की गि‍रफ्त में हैं।सरकार नीति‍यों को आधार बनाकर लगातार शराब बि‍क्री को बढावा दे रही है और पूर्व की अखि‍लेश सरकार की नीति‍यों की आलोचना कर अपने हि‍त साध रही है। उन्हों ने कहा कि‍ जनपद में तीन सौ से ज्याादा ठेके सरकार की खुद की अपनी घोषि‍त की हुई अवकारी नीति‍ के वि‍रूद्ध संचालि‍त हैं। शहर में ही लें तो बेलनगंज पुलि‍स चौकी से लेकर वि‍क्‍टोरि‍या इंटर कॉलेज तक मुख्य् मार्ग पर दस शराब की दूकाने व ठेक संचालि‍त हैं।ये सभी गैर कानूनी हैं तथा इनके बारे में वह प्रशासन को कई बार जानकारी दे चुके हैं। एक अहि‍सा वि‍श्वा‍सी होने के नाते सत्याहगृह कि‍ये, प्रदर्शन कि‍ये , अधि‍कारि‍यों को ज्ञापन भी दि‍ये कि‍न्तु् ठेके कम होने के स्था‍न पर अफसोस जताया है।   अब समय सीमा संबधी प्रति‍बंधों को नजर कर चौबीसों घंटे खुल रहे हैं।उनका कहना है कि‍ ऐसा अंधेर तो अंग्रेज शासन तक मे नहीं था।
वायोबृद्ध स्वबतंत्रता सेनानी  के आंदालन के प्रति‍ शासन और प्रशासन के रुख पर अम्बेंडकर यूथ ब्रि‍गेड के प्रातीय  अध्यक्षवी जौनवार , चौधरी श्री पाल ने बेहद अफसोस जताया है।