30 मई 2017

एंटी रैंगिंग मोबाइल एप आया इंटरनेट पर

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री  प्रकाश जावडेकर ने  नई दिल्ली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग   द्वारा निर्मित एक 'एंटी रैंगिंग मोबाइल एप' की शुरूआत की। इस अवसर पर जावड़ेकर ने कहा इस मोबाइल एप्लिकेशन से छात्रों को रैगिंग की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी।

उन्होंने  ने कहा कि इससे पहले रैगिंग की शिकायत दर्ज कराने के लिए वेबसाइट का सहारा लेना पड़ता था और हमारे रिकॉर्ड से पता चलता है कि समय पर की गई कार्रवाई से ऐसे मामलों में कमी आई थी, लेकिन अभी भी इस तरह की समस्याओं का पूरी तरह से सफाया करने की जरूरत है।


श्री जावडेकर ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार कॉलेज परिसरों में अधिकतर सीनियर छात्र अपने जूनियर छात्रों की मदद करते हैं और उनका मार्गदर्शन करते हैं। लेकिन कुछ रैंगिंग के मामले भी आते हैं जिन्हें पूरी तरह से खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “नए छात्र को दी जाने वाली मानसिक या शारीरिक यातना रैंगिंग है जिसकी अनुमति नहीं दी जायेगी, यह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है और इसीलिए यह एप इस तरह के अनुभव से गुजरने वाले युवाओं के लिए एक कारगर माध्य के रूप में कार्य करेगा।”

मंत्री महोदय ने कहा कि यह एप एंड्रॉयड सिस्टम पर कार्य करेगा जहां छात्र तुरंत ही अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। तदानुसार इस पर तुरंत कार्रवाई शुरू की जायेगी।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से यह एक अच्छा कदम है और इससे छात्रों में सुरक्षा की भावना आयेगी। मंत्री महोदय ने स्पष्ट किया कि जो भी रैंगिंग के मामलों में शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जायेगा और उन्हें उस संस्थान में अपनी पढ़ाई जारी करने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा उन्हें इसके लिए कानून के मुताबिक सजा भी दी जायेगी। मंत्री महोदय ने उम्मीद जताई कि सीनियर छात्र अपने जूनियर छात्रों के लिए एक मार्ग दर्शक के रूप में कार्य करेंगे।