विदेश सचिव एस. जयशंकर |
भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर ने भारत स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासीत को भारत सरकार की ओर से भेजे एक राजनयिक पत्र में चेतावनी दी है कि कानून और न्याय के बुनियादी मानकों का पालन किए बिना भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सुनाई गई फांसी की सजा पर अगर अमल होता है तो भारत सरकार और हमारे देश की जनता इसे पूर्व नियोजित हत्या मानेगी। विदेश सचिव ने कहा कि भारतीय नागरिक की सुनवाई के बारे में पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग को भी सूचना नहीं दी गई थी।कुलभूषण जाधव के सम्बन्ध में पाकिस्तान की कई बड़ी हस्तियों ने भी पाकिस्तान के
सबूतों पर संदेह व्यक्त किया है। ऐसी परिस्थिति में तथाकथित सुनवाई के दौरान भारतीय नागरिक की पैरवी के लिए अधिकारी नियुक्त किए जाने के पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस का बेबुनियाद पक्ष है। कुलभूषण जाधव पिछले साल ईरान से अपहरण किया गया था। विदेश सचिव जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान में उनकी मौजूदगी के बारे में कभी भी विश्वसनीय तौर पर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है।
सबूतों पर संदेह व्यक्त किया है। ऐसी परिस्थिति में तथाकथित सुनवाई के दौरान भारतीय नागरिक की पैरवी के लिए अधिकारी नियुक्त किए जाने के पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस का बेबुनियाद पक्ष है। कुलभूषण जाधव पिछले साल ईरान से अपहरण किया गया था। विदेश सचिव जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान में उनकी मौजूदगी के बारे में कभी भी विश्वसनीय तौर पर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है।