एग्जिट पोल पर चुनाव आयोग ने पाबन्दी लगा दी है।चुनाव प्रक्रिया के दौरान चुनाव परिणामों को लेकर किसी भी तरह की तरह की भविष्यवाणी के प्रसारण पर आयोग द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है। भावी चुनावों में ज्योतिषी और टैरो कार्ड रीडर चुनाव से सम्बंधित कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकेंगे। यह मामला हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश के चुनावों में उस समय प्रकाश में आया जब उत्तर प्रदेश के पहले चरण के विधानसभा चुनाव के बाद शाम को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर एग्जिट पोल जारी किया गया था। एग्जिट पोल में अन्य पार्टियों पर भाजपा की बढ़त दिखाई गई थी। दैनिक जागरण ने सर्वे में बीजेपी को सबसे ऊपर दिखाया गया था दूसरे नंबर पर बसपा और तीसरे नंबर पर सपा-कांग्रेस के गठबंधन दर्शाया गया था। इस सम्बन्ध में पोर्टल के संपादक शंशाक शेखर त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें लोकल कोर्ट में जमानत मिलने पर रिहा कर दिया गया था ।