21 मार्च 2017

कांग्रेस में राहुल को और मजबूत करने की तैयारी

- संगठनात्मक चुनाव करवाने  से बचते  रहने के लिए निर्वाचन आयोग के तेवर सख्त 

आगरा: कांग्रेस को पांच राज्यों की विधान सभा की चुनाव में सफलता मिलने  से संगठन मे फेरबदल का सिलसिला शुरू हो रहा है। गैर कांग्रेसी भले ही पार्टी के राष्ट्रीय अनुष्ठान राहुल गांधी पर भले ही कटाक्ष करते हैं, लेकिन अब भी उनके नेतृत्व में कांग्रेसियों को पूरा विश्वास है। कई बदलावों पर संगठित पदों को बदलना चाहिए, लेकिन श्री गांधी की स्थापना में और अधिक मजबूत संगठन सुर्खीगत माना जा रहा है।


वैसे भी कांग्रेस में संगठनाथमभक चुनाव बहुत समय से टोल हो, निर्वाचन आयोग से मान्यता प्राप्त करने के लिए अब के लिए संगठन का चुनाव कराना अनिवार्य हो गया है। अयोग के पोल पैनल का कहना है पार्टी 2015 में चुनावों के लिए एक साल की अवस्था में ले जाया गया क्या इस तरह से अब तक उसके द्वारा चुनाव नहीं कराए गए थे तो दो साल तक पार्टी के बिना संगठनात्मक चुनावों में ही राजनीति में अपना योगदान जारी रखा गया था, जो राजनीतिक दलों की मान्यता के नियमों के विरुद्ध हैं।संगठन के चुनाव के लिए कार्यक्रम का चुनाव आयोग ने कांग्रेस वर्किंग समिति में पारित रेजोल्यूशन मांगा है यह बात अलग है कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग को यह भी तर्क दिया है कि अभी तक उसके सभी कार्यकर्ता और स्रोत विधानसभा चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं इसलिए पार्टी अभी आंतरिक चुनाव नहीं कर सकती है। अब जब कि चुनाव खत्म हो चुके हैं तो पूर्व में देई रिपोर्ट की प्रासंगिकता स्वानत-ही समाप्ति हो गयी है।