28 नवंबर 2016

देश की जनता मोदी से नाराज और मोदी के साथ भी

 जनता ने बंद में नहीं दिया साथ 

विमुद्रीकरण के विरोध में विपक्षी पार्टियों का के बंद के आयोजन में जनता का समर्थन न के बराबर नज़र आया।विपक्षी दलों द्वारा आयोजित  बंद  पूरी तरफ से फ्लॉप दिखाई दिया।  नोटबंदी के बाद जनता मोदी सरकार से नाराज़ जरूर है किन्तु साथ में नरेन्द्र मोदी के इस पहल  की तारीफ भी कर रही है। शायद  देश की जनता  करेप्शन और काले धन से परेशान हो चुकी थी। प्रधानमंत्री मोदी के सर्वे में पहले ही 91 प्रतिशत  से ज्यादा जनता कालेधन पर केन्द्र के इस साहसिक कदम का समर्थन कर चुकी है। करेप्शन हर भारतवासी के खून में घर कर गया था। नागरिक एक तरफ गलत तरह से पैसा कमा रहा था और दूसरी तरफ उसे दे रहा था। लोगों का जीना दुशवार सा हो गया था इस चक्र में। शायद इस कारण  आम आदमी पीएम मोदी की योजना के साथ दिख रहा है।  उससे कहीं न कहीं विरोधी दलों को भी अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर हुए । अब तक इस मसले पर सियासी फायदे के लिए जनता को बरगला रहा विपक्ष जनता की भावनाओं  के बाद बैकफुट पर पहुँचता नज़र रहा है।