अब तो धार्मिक रथ यात्राओं की तरह राजनीतिक नेताओं ने भी रथ पर बैठकर सवारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी आखिर अपने रथ पर सवार हो चुके हैं। अखिलेश को तो रथ पर हुड़दंग के साथ सवार हो लग रहा है कि हमारा ज़ोर है। उधर बसपा सुप्रीमो मायावती का कहना कि यदि उन्होंने प्रदेश के लिए सही काम किया होता तो उन्हें इस तरह से रथ पर सवार होने की जरुरत नहीं पड़ती। बसपा के लोगों का कहना है बिना विकास के यह कैसी विकास रथयात्रा। यही
नहीं रथ यात्रा के दौरान रास्ते में लूटने और खसोटने के भी किस्से सुनाई दे रहे हैं। पुलिस भी खामोश है। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा जन कल्याण के नाम पर अखिलेश यादव सरकार गुमनाम रही है और उन्होंने मुख्यमंत्री के विकास के दावों को सरासर झूठ बताया।
नहीं रथ यात्रा के दौरान रास्ते में लूटने और खसोटने के भी किस्से सुनाई दे रहे हैं। पुलिस भी खामोश है। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा जन कल्याण के नाम पर अखिलेश यादव सरकार गुमनाम रही है और उन्होंने मुख्यमंत्री के विकास के दावों को सरासर झूठ बताया।