26 अक्तूबर 2016

ताजमहल में पयर्टकों की संख्या सीमित करने के दौर में,टूरिज्‍म को प्रोत्साहन

--विदेशी फिल्‍म - मेकरों को जमकर बंट रहा है अनुदान
आगरा: जहां एक ओर आगरा में ताजमहल पर पर्यटकों की बढती संख्‍या को नियंत्रित करने के लिये भारत सरकार की पर्यावरण संबधी मानक  ऐजैंसी नीरी से अध्‍ययन करवाये जा रहे हैं और कोशिश है कि ताजमहल सहित आगरा के पर्यटक स्‍थलों पर यथा संभव कम पर्यटक पहुंचें, वहीं दूसरी ओर उप्र सरकार पर्यटन प्रमोशन के नाम पर विदेशी फिल्‍म निर्माताओं
को पर्यटन बढाने के नाम पर फिल्‍म बनाने के लिये सब्‍सिडी देने की नीति के तहत दरियादिली से फिल्‍म निर्माताओं को अनुदान उपलब्‍ध करवा रही है।
 उप्र के प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, सरकार उप्र में शूट होने वाली प्रत्येक फिल्म पर अधिकतम 3.25 करोड़ रुपये तक की राशि का भुगतान करने की तैयारी करली है। यह धनजो कि फिल्म की लागत का लगभग 50 प्रतिशत होगा को प्राप्‍तकरनेकेलिये बडेपैमानेपरजोडतोडशुरूहोगयीहैं। अनेक ऐजेंट चुनावी अधिसूचना के जारी होने से पूर्व अपना प्रोजैक्‍ट क्‍लीयर करवालेना चाहते हैं। हालीवुड ही नहीं यूरोपीयन देशों के फिल्‍म निर्माताओं केएजेंट भी फार्मेलिटी पूरी करवाने के लिये भाग दौड में हैं। कुछ विधायकों की भी इसमें दिलचस्‍पी है।

उप्र में सरकारी अनुदान से बनने वाली इन फिल्‍मों से पर्यटन पर क्‍या फर्क पडेगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा किन्‍तु राजकोषीय घाटेमेजरूर बढोत्‍तरी हो जायेगी।प्राप्‍त जानकारी के अनुसार जितना बजट फिल्‍म अनुदान के लिये था उसके सापेक्ष तो पहले से ही कमिटमेंट हो चुके हैं,अब तो बजट उपलब्‍धता की प्रत्‍याशा में प्रोजैक्‍टों को स्‍वीकृत करने का दौर शुरू हो चुका है।