अगर नेताजी चाहें तो मैं पद छोडने में जरा भी विलम्ब नहीं करूँगा। यह शब्द थे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के। वह सपा के वरिष्ठ नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक में बोल रहे थे। वह इन सब परेशानियों की जड़ सपा महासचिव अमर सिंह को मानते हैं। अखिलेश ने भावुक होकर यह भी कह डाला ‘‘मैं अलग पार्टी क्यों बनाऊंगा. मेरे पिता मेरे गुर हैं.'' किन्तु कुछ लोग उनके परिवार को तोडना चाहते हैं। मैं इस तरह के लोगों का जो पार्टी तोड़ने की साजिश करने में लगे हैं उनका जमकर विरोध करूंगा। उनका इशारा अंकल अमर सिंह की तरफ था।