27 अक्तूबर 2016

ओ सी आई और पी आई ओ कार्ड बना प्रवासी भारतीयों के सिर का दर्द

ओ सी आई कार्ड से पासपोर्ट नंबर कॉलम  हटाने से मिल सकती है राहत

- दीपक सक्सेना द्वारा  विशेष

ओ सी आई और पी आई  ओ  कार्ड ( ओवरसीज सिटीजन ऑफ़ इंडिया और पर्सन ऑफ़ इंडियन ओरिजिन ) सरकार ने प्रवासी भारतीयों और उनके परिवारों को भारत में आने जाने की सुविधा के लिए बनाये थे। प्रधान मंत्री मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसका काफी डंका भी  पीटा था। किन्तु हो रहा है सब कुछ इसके विपरीत। अब ये कार्ड प्रवासी भारतीय के लिए माथे का दर्द बनते जा रहे हैं। 
ओ सी आई कार्ड जो की जिंदगी भर के लिए वैलिड होता है उसपर पासपोर्ट नंबर वाला कॉलम होने से शायद ही कोई एन आर आई हो जो परेशानियां न झेल रहा हो। पासपोर्ट बदलने पर हर बार ओ सी आई कार्ड पर भी नंबर बदलवाना होता है  अन्यथा ओ सी आई कार्ड  वैलिड नहीं माना जायेगा। अबतक पासपोर्ट पर लाइफ लोंग यू वीसे का
स्टिकर लगाया जाता था उसे भी बंद कर दिया गया है। नया  ओ सी  आई कार्ड नए पासपोर्ट नंबर के साथ पाने में  आप अनुमान लगा सकते हैं कि इस पूरी प्रकिर्या में प्रवासियों को कितनी दंड बैठक लगानी पड़ती होगी। लोग आजकल काफी यात्रा करते हैं, वीसा पेज भरने के कारण पासपोर्ट  बदलवाना आम बात है। परेशानियों से जूझते जब प्रवासीभारतीयों  से फ्रांस में बात की गई तो उन्होंने बस यह कहा ' दिल्ली में  बड़े दिमाग वाले लोग बैठे हैं ' , दुनिया भर के प्रवासियों  भारतीयों का मानना है यदि ओ सी आई कार्ड पर पासपोर्ट नंबर का कॉलम हटा दिया जाये तो काफी सुविधा हो सकती है। पासपोर्ट नंबर को महत्व ना देकर उसपर अंकित नाम ,पिता का नाम,जन्म तिथि ,जन्म स्थान, फोटो आदि से  आदमी की पहचान आसानी से  हो सकती है। सिर्फ  वैलिड पासपोर्ट  ओ सी आई कार्ड के साथ  देखने से सारी परेशानियां आसान हो सकती हैं। सरकार को यह भी देखना चाहिए कि प्रवासियों को इस सबसे असुविधा तो हो ही रही है और प्रशासनिक कार्य भी फालतू में  ज्यादा बड़ा दिया गया है।  
पी आई  ओ  कार्ड होडरों की बड़ाई दिक़्कतें  : सरकार ने पी आई  ओ  कार्ड  को ओ सी आई कार्ड में मर्ज़ कर दिया है।  पी आई  ओ  कार्ड  को ओ सी आई कार्ड में परवर्तित करने की प्रकिरिया लंबी है। दिल्ली भेजा जाता है करीब तीन चार महीने लगते हैं। ३१ दिसंबर परिवर्तन करने की आखिरी तारीख दे दी गई है। इसके बाद पी आई  ओ  कार्ड रद्द हो जायेंगे।  कहा जा रहा था यह  परिवर्तन  आसानी से किया जा सकेगा। इस कार्ड को बनवाने में लोगों के  करीब तीस हज़ार रूपये लगे थे । पेरिस में प्रवासियों से बात करने से पता लगा कि इसके लिए  अब नॅशनॅलिटी सर्टिफिकेट भी मांग रहे हैं। पी आई  ओ  कार्ड को ओ सी आई कार्ड में परवर्तित करवाने या नए कार्ड के लिए आवेदन करने वाले लोग अधिकांश विदेशी हैं। जिनके पति या पत्नी भारतीय हैं। उनको देशों की सरकार द्वारा  नॅशनॅलिटी सर्टिफिकेट देने का कोई प्राविधान नहीं है। आई डी कार्ड या पासपोर्ट से नॅशनॅलिटी देखना मान्य माना जाता है। तो वे नॅशनॅलिटी सर्टिफिकेट कहाँ से लाएं।