9 सितंबर 2016

‘अरे आगरा में क्यो नहीं है इंटरनेशनल एयरपोर्ट’

मेजवानों को मुश्किल भरी रही आस्ट्रेलियन महमानों के 'जुमले' की जबावदेही

(आस्‍ट्रेलियन मेहमान डिजाइनर ज्‍यूडिथ और मार्टिन अल्‍बर्ट
मेजवान कान्‍ति नेगी और  अनिल शर्मा के  साथ।)
आगरा: 'अरे आगरा में अपना इंटरनेशनल सिविल एयरपोर्ट नहीं है, फिर तो आपको बहुत दिक्कवत होती होगी। यहां से सामान मंगवाने वाले इम्पोर्टरों और यहां से अपना सामान एक्सप्रोर्ट करने वाले एक्सपोर्टरों  को अपना बहुत सा कीमती समय दिल्ली आने जाने में लगाना पडता होगा 'यह कहना में आस्ट्रेलिया से आयीं प्रख्यात पेशावर डिजायनर सुश्री ज्युंडिथ का। उन्हो'ने कहा कि आगरा में ताजमहल ही नहीं और भी बहुत कुछ उन्हे देखने को
मिला। लेकिन समय कम होने से वह केवल ताजमहल सहित वर्ल्डभहैरीअेज के तीनों मौन्यूेमेंट ही देख सकी। दिल्लीग से यमुना एक्सवप्रेस होकर आने में काफी वक्त लगता है।
आस्ट्रे लिया में एक बडी मार्किटिंग चेन के मालिक मार्टन आल्बर्ट का कहना है कि अगर आगरा में ही एयरपोर्ट होता तो वह पहले आगरा आते फिर अपना मार्किटिंग ट्रिप करने निकलते। यह कोई नया किस्साप नहींहैजो कि विदेशी मेहमानों के मेजवानों को अक्स र खामोशी के साथ सुनना पडता है। यही नहीं 'अब तक आगरा में इंटरनेशनल फ्लाइटें आना शुरू हो सकी', इस प्रश्नड के जबाव पर भी सबकुछ जानते हुए खमोश रहजाना पडता है। क्यों कि एक भारतीय नागरिक विदेशी को तो बता नहीं सकता कि यह मामला राजनीति की भेंट चढा हुआ है और राजनीति करने वाले केवल अपने पॉलिटिकल एजेंडे और वोट बैंक को मजबूतकर दुबारा चुनकर पहुंचने लायक संभावनाओं का ग्राफ अपने माफिक बनाये रखने तक ही सीमित रहते हैं।
ये आस्ट्रे लियन साधारण पर्यटक नहीं भारतीय हैंडीक्राफ्टों की विदेशीबाजारमें खपत संभावनाओं को बढवाने वाले थे। आखिर इन्हींध का आना जाना सुविधाजनक बनाये रखना ही तो प्रदेश की निर्यात नीति का एक महत्वआपूर्ण विन्दूा है, वैसे तो हर विदेशी और देशी पर्यटक का आगरा भ्रमण बनाना प्रदेश की पर्यटन नीति का मुख्य लक्ष्यद है। जो भी श्रीमतीकांति नेगी जो कि दिल्लीय से अपने एक्सेपोर्ट हाऊस के प्रतिनिधि के रूप में साथ थीं, ने मेहमानों के द्वारा खडे किये गये प्रश्नों को सुलझाते हुए अश्व्स्त्किया कि अगलीबार जब वह भारत आयेंगे तो हो सकता है कि उनकीफ्लाइट की एयरकनैक्टिएविटी में आगरा भी शामिल हो ।
श्रीमती नेगी, ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट आगरा डिजर्ब्सज इंट 'जागो आगरा' सोशल मीडिया के माध्यतम से चल रही ताज ट्रिपेजियम जोन की सर्वाधिक चर्चित कैंपेन के कॉर्डीनेटर श्री अनिल शर्मा की पत्नी हैं। फॉरेन ट्रेड की जरूरतों को द्ष्टितगत प्रदेश के हैंडीक्राफ्ट प्रोडैक्शान के क्लधस्टयरों का सेंटरवाले शहरों की एयरकनैक्टिफविटी को महत्व पूर्ण मानती हैं।

अब नोटिसों के रिमाइंडर भेजेगी सिविल सोसायटी

उधर सिविल सोसायटी आगरा की ओर से श्री अरविंद शर्मा एडवोकेट ने कहा है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम पर जो कसरते अब तक राज्या सरकार की ओर से की जा रही हैं, वे सन .2012 में बसपा की मायाबती सरकार के दौरान चिन्हि्तकी गयी 55 एकड जमीन का मुआबजा भुगतान कर कब्जेकमें लेने भर तक सीमित हैं.जबकि इंअरनेशनल एयरपोर्ट बनाये जाने के लिये 73 एकड जमीन बिल्डिीग और अन्यभ सहूलियतें इंटरनेशनल एयरपो्र्टों के मानकों के अनुसार उपलब्धन करवाने तथा 100 एकड वायू सेना के रनवे से कनैक्टिइविटी व अन्य् तकनीकि जरूरतों के लिये जरूरी है । इस प्रकारअब तक 228 एकड जमीन की जरूरत के सापेक्ष केवल 55 एकड जमीन ही उपलब्धय है।
श्री शर्मा ने कहा कि राजनैतिक दल अब तक चुनावी अधिसूचनाओ के जारी होने के पूर्व घोषणाओं को कर चुनाव के बाद काम करवाने के वायदे के साथ काम चलाते रहे हैं किन्तुे ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मामले में इस बार यह नहीं हो सकेगा। वह सिविल सोसायटीकी ओर से संबधित पक्षों को कानूनी नोटिस दे चुके हैं और विधिक औपचारिकता पूरी करने के लिये एक रिमांइडर देने के बाद अदालतों में जबाबवदेही सुनिश्चिित करने को सक्रिय हो जायेंगे।