20 सितंबर 2016

फिरोजाबाद में कांच उद्योग से ताजमहल पर कोई असर नहीं

फिरोजाबाद के  कांच उद्योग  से ताजमहल पर कोई असर  नहीं पड रहा है। एक अध्यन के बाद  वैज्ञानिकों ने  बताया गया कि वर्तमान में उद्योगों तथा वाहनों से निकलने वाला धुआं  यदि अधिक बढेगा तो उसे रोकने के प्रभावी उपाय अवश्य  करने होगे। आगरा के  कमिश्नर चंद्रकांत ने  प्रदूषण रोकने के लिये सभी अधिकारियों  से  सात दिन में  रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है । 
   
 आगरा के  मशहूर  पेठा बनाने की  ईकाईयों के स्थानांतरण के सम्बंध में निर्देश दिये और कहा कि इन ईकाईयों का समय समय पर निरीक्षण किया जाये ताकि पेठा निर्माताओं द्वारा पेठा उत्पादन में पुनः कोयले का प्रयोग ना किया जा सके। कमिश्नर ने कहा कि  सर्वोच्च न्यायालय दिए आदेशों का पालन सख्ती से होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

    यमुना नदी के दोनों ओर सघन वृक्षारोपण कराने के संबध में निर्देश दिये गये कि ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के दृष्टिगत अत्यंत लाभकारक रहेगा । 
   प्रदूषण पर कण्ट्रोल के लिए  सीएनजी चालित ऑटो को  दस वर्ष पुरे  होने के बाद  उनका प्रतिस्थापन ई रिक्शे में कर दिया जाता है। ताजमहल के आसपास गोवर से बने उपलां कंडों के प्रयोग पर प्रतिबंध के सम्बंध में  प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा नगर निगम द्वारा  ताजमहल क्षेत्र के आसपास 37 कंडे निर्माताओं को नोटिस जारी किये गये हैं।  इस सम्बध में मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि प्रदूषण पर कण्ट्रोल करने के लिए  प्रभावी कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिये।